दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। ओमती थाना पुलिस ने शहर के बड़े बिल्डर शंकर मच्छानी के खिलाफ करोड़ों की ठगी का मामला दर्ज किया है। बिल्डर पर आरोप है कि उसने नेपियर टाउन निवासी राजकुमार बुधरानी की जमीन के फर्जी दस्तावेज तैयार कर, उसे किसी और को बेच दिया। इस मामले में पुलिस ने 2023 में शिकायत दर्ज होने के बाद जांच की, जिसमें बिल्डर द्वारा कूटरचित दस्तावेजों से करोड़ों की धोखाधड़ी की पुष्टि हुई।
जमीन का एग्रीमेंट कर फर्जी दस्तावेजों से बेची संपत्ति
शिकायतकर्ता राजकुमार बुधरानी ने बताया कि उन्होंने 2014 में शंकर मच्छानी से 6.34 करोड़ रुपए में जबलपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) की 24,402 वर्ग फुट जमीन का एग्रीमेंट किया था। इसके लिए उन्होंने 1.50 करोड़ रुपए एडवांस भी दिए थे। जमीन पर 11 केवी की बिजली लाइन हटाने की शर्त रखी गई थी, जिसे पूरा नहीं किया गया।
बाद में पता चला कि जिस संपत्ति पर एग्रीमेंट हुआ था, उसे शंकर मच्छानी ने फर्जी शपथ पत्र और कूटरचित दस्तावेजों के जरिए परोहा डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर मोहन प्रसाद परोहा के नाम कर दिया। जब बुधरानी ने परोहा डेवलपर्स से संपर्क किया, तो उन्हें पता चला कि उनके फर्जी हस्ताक्षरों के आधार पर जमीन बेची जा चुकी है।
बिल्डर के खिलाफ एफआईआर दर्ज
जांच के बाद पुलिस ने बिल्डर शंकर मच्छानी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। मामले में बिल्डर फरार हो गया है और पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। ओमती थाना प्रभारी ने बताया कि शिकायत के आधार पर जांच की गई, जिसमें ठगी और कूटरचित दस्तावेजों से संपत्ति बेचने की पुष्टि हुई। पुलिस अब इस मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है।