दैनिक सांध्य बन्धु भिंड। मध्य प्रदेश के भिंड जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक सरकारी स्कूल के शिक्षक ने बिना कोई मेडिकल डिग्री या अनुभव के डॉक्टर बनकर मरीजों का इलाज करना शुरू कर दिया था। इस शिक्षक का नाम सतपाल शाक्य है, जो शंकरपुर गांव के सरकारी स्कूल में शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं, लेकिन वह इसके साथ-साथ लोगों का इलाज भी कर रहे थे।
सतपाल शाक्य ने भिंड के डॉक्टर वीके जैन के क्लिनिक पर काम करते हुए दवा देना, इंजेक्शन लगाना और इलाज करना सीखा था। इसके बाद भी वह बिना किसी मेडिकल डिग्री के मरीजों को इलाज देने लगे। इस दौरान उन्होंने एलोपैथिक दवाएं दीं और इंजेक्शन भी लगाए। जब सोशल मीडिया पर उनके फोटो और वीडियो वायरल हुए, तो मामला उजागर हुआ।
भिंड जिला कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने मामले का संज्ञान लेते हुए तुरंत कार्रवाई की घोषणा की। कलेक्टर के निर्देश पर जिला स्वास्थ्य अधिकारी जेएस यादव ने स्वास्थ्य विभाग की टीम भेजकर शासकीय शिक्षक के द्वारा संचालित किए जा रहे क्लिनिक को सील कर दिया। इसके साथ ही डॉक्टर वीके जैन के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है, ताकि यह जांचा जा सके कि उन्होंने बिना मेडिकल पढ़ाई के किसी को असिस्टेंट क्यों बनाया।