दैनिक सांध्य बन्धु नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 से पहले आम आदमी पार्टी (AAP) को बड़ा झटका लगा है। पार्टी के 8 विधायकों ने AAP छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ज्वाइन कर ली है। इस्तीफा देने वाले विधायकों ने AAP पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए और टिकट न मिलने से नाराजगी जाहिर की।
बीजेपी में शामिल हुए AAP के 8 विधायक
शुक्रवार को पार्टी से इस्तीफा देने वाले सभी 8 विधायकों ने शनिवार को दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा की मौजूदगी में बीजेपी का दामन थामा। इस्तीफा देने वालों में जनकपुरी के विधायक राजेश ऋषि, महरौली के नरेश यादव, पालम की भावना गौड़, त्रिलोकपुरी के रोहित महरौलिया, बिजवासन के बीएस जून, कस्तूरबा नगर के मदन लाल, आदर्श नगर के पवन शर्मा और मादीपुर के गिरीश सोनी शामिल हैं।
वोटिंग से पहले AAP में सियासी भूचाल
दिल्ली विधानसभा चुनाव 5 फरवरी को होने हैं और नतीजे 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे। लेकिन उससे पहले AAP को बड़ा सियासी नुकसान झेलना पड़ा है। इस्तीफा देने वाले विधायकों का कहना है कि उन्हें पार्टी ने इस बार टिकट नहीं दिया, जिससे वे नाराज थे।
विधायकों ने लगाए AAP पर गंभीर आरोप
इन 8 विधायकों ने इस्तीफा देते हुए आम आदमी पार्टी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। उन्होंने AAP पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी अपने मूल सिद्धांतों से भटक गई है। सभी ने अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया और विधानसभा अध्यक्ष को भी अपने इस्तीफे की सूचना दी।
बीजेपी की रणनीति और AAP की मुश्किलें
दिल्ली चुनाव से ठीक पहले 8 विधायकों का बीजेपी में शामिल होना AAP के लिए बड़ा झटका है। बीजेपी ने इस कदम के जरिए चुनावी माहौल को अपने पक्ष में करने की कोशिश की है। दूसरी ओर, अरविंद केजरीवाल और AAP के लिए यह चुनौतीपूर्ण समय है, क्योंकि पार्टी को अब संगठन को फिर से मजबूत करना होगा।
क्या यह दलबदल दिल्ली चुनाव के नतीजों को प्रभावित करेगा? यह तो 8 फरवरी को ही साफ होगा, लेकिन फिलहाल दिल्ली की राजनीति में हलचल तेज हो गई है।