दैनिक सांध्य बन्धु भोपाल। शहर में अंधविश्वास का एक दर्दनाक मामला सामने आया है, जहां एक बेटे ने हकीम की सलाह पर अपनी लकवा पीड़ित मां को केरोसिन पिला दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। यह घटना 28 जनवरी को कमलानगर क्षेत्र की मांडवा बस्ती में हुई।
हकीम की सलाह पर किया जानलेवा प्रयोग
32 वर्षीय उमेश बमनेरे की 48 वर्षीय मां मंगला बमनेरे को 28 जनवरी की सुबह लकवा का अटैक आया था। बेटे ने तुरंत उन्हें नारियलखेड़ा स्थित एक डॉक्टर के पास इलाज के लिए ले गया, लेकिन जब कोई सुधार नहीं हुआ, तो उसने किसी हकीम की सलाह पर मां को 50-60 एमएल केरोसिन पिला दिया।
केरोसिन पीते ही बिगड़ी तबीयत
केरोसिन पीने के तुरंत बाद मंगला बमनेरे की हालत और खराब हो गई। उमेश आनन-फानन में उन्हें हजेला अस्पताल लेकर पहुंचा, जहां दो दिन तक इलाज चला। हालत गंभीर होने पर 30 जनवरी को उन्हें एम्स रेफर किया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में केरोसिन से मौत की पुष्टि
मंगला बमनेरे की मौत के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। प्रधान आरक्षक कमलेश यादव के अनुसार, शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में यह स्पष्ट हुआ कि महिला की मौत केरोसिन पीने से हुई थी। इसके बाद पुलिस ने बेटे उमेश बमनेरे के खिलाफ गैरइरादतन हत्या का मामला दर्ज किया।
परिवार ने कबूला सच
पुलिस पूछताछ में उमेश के पिता, भाई और परिवार के अन्य सदस्यों ने भी इस बात की पुष्टि की कि उमेश ने ही मां को केरोसिन पिलाया था। उन्होंने बताया कि उमेश अपनी मां के इलाज के लिए परेशान था और किसी हकीम की सलाह पर उसने यह खतरनाक कदम उठा लिया।
अंधविश्वास बना मौत की वजह
यह घटना अंधविश्वास के खतरों को उजागर करती है। आधुनिक चिकित्सा विज्ञान के बावजूद लोग झूठे इलाज और हकीमों की बातों में आकर अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है, लेकिन यह घटना समाज के लिए एक बड़ा सबक है कि बिना वैज्ञानिक प्रमाण वाले इलाज से दूर रहना ही बेहतर है।