MP News: इंदौर से 200 पाकिस्तानी परिवारों को भेजा जा सकता है वापस, वाघा बॉर्डर पर भी फंसे 20 लोग


दैनिक सांध्य बन्धु इंदौर।
इंदौर में रह रहे शॉर्ट टर्म वीजा धारक 200 से अधिक पाकिस्तानी परिवारों पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आदेश जारी किया है कि शॉर्ट वीजा पर भारत आए इन परिवारों को वापस पाकिस्तान भेजा जाए। इससे इन परिवारों में जबरदस्त घबराहट है, हालांकि अब तक किसी को आधिकारिक नोटिस नहीं मिला है।

इन परिवारों का कहना है कि उन्हें इस बारे में कोई सरकारी सूचना नहीं मिली है और वे मीडिया के माध्यम से ही जानकारी प्राप्त कर रहे हैं। आदेश के मुताबिक 30 अप्रैल तक इन परिवारों को देश छोड़ना होगा।

इस बीच, रिटर्न वीजा पर पाकिस्तान गए 20 लोग वाघा बॉर्डर पर फंस गए हैं। वे भारत लौटने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन प्रवेश की अनुमति नहीं दी जा रही।

'सरकार का आदेश सर्वोपरि, पर दर्द भी है' : दीपचंद चावला

जैकब आबाद जिला सिंधी पंचायत के वाइस प्रेसिडेंट दीपचंद चावला ने बताया कि पहलगाम की घटना से वे दुखी हैं लेकिन सरकार के आदेश का पालन भी अनिवार्य है।

"200 से ज्यादा परिवार यहां स्थायी रूप से बसने आए थे, अब वे सब मायूस हैं और वापस जाने की तैयारी कर रहे हैं," चावला ने कहा। उन्होंने यह भी बताया कि सांसद शंकर लालवानी से संपर्क कर समस्या साझा की गई है।

'भाई को वाघा बॉर्डर से लौटाया जा रहा' : संतोष कुमार परियानी

इंदौर निवासी संतोष कुमार परियानी ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि उनका भाई छह दिन से लाहौर में फंसा है और वाघा बॉर्डर से उसे लौटा दिया जा रहा है।

"हम सरकार से अपील करते हैं कि हमारे भाई को वापस इंदौर बुलाया जाए," उन्होंने कहा।

पहले से शुरू कर दी थी लॉन्ग टर्म वीजा की प्रक्रिया

जैकब आबाद सिंधी पंचायत के अध्यक्ष डॉ. जय परियानी ने बताया कि अधिकांश परिवारों ने लॉन्ग टर्म वीजा (LTV) के लिए आवेदन पहले ही कर दिया था।

"केवल 10-15 परिवारों के करीब 60 लोग ऐसे हैं जिनके पास अभी रेसिडेंट परमिशन (RP) नहीं है। सरकार का आदेश 30 अप्रैल तक लागू है, और जो वापस नहीं जाना चाहते वे तुरंत LTV के लिए आवेदन कर सकते हैं," परियानी ने बताया।

मैदानी हकीकत: ढाई हजार से ज्यादा लोगों पर असर

इंदौर में लगभग ढाई हजार लोग इस आदेश से प्रभावित होंगे।

ये परिवार पाकिस्तान के लाहौर, कराची, सिंध प्रांत के विभिन्न क्षेत्रों से आए हैं।

अधिकतर परिवार शहर के पश्चिमी क्षेत्र में किराए के मकानों, फ्लैट्स और बंगलों में रहते हैं।

मुख्य बसे क्षेत्र : सिंधी कॉलोनी, लाड़काना नगर, खातीवाला टैंक, पलसीकर कॉलोनी और साधु वासवानी नगर।

पुलिस की तैयारी गोपनीय, राहत की आस कायम

वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी है। पुलिस किस प्रक्रिया से इन परिवारों को चिह्नित कर भेजेगी, यह भी गोपनीय रखा गया है। इधर, प्रभावित परिवार सरकार से उम्मीद लगाए बैठे हैं कि उन्हें कुछ और समय दिया जाए।

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