Jabalpur News: झारखंड और छत्तीसगढ़ से आकर जबलपुर में कर रहे थे सट्टेबाजी, क्राइम ब्रांच और ग्वारीघाट पुलिस ने दबोचा

दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। क्राइम ब्रांच और ग्वारीघाट थाना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में एक बड़े अंतरराज्यीय ऑनलाइन सट्टा गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। यह गिरोह झारखंड और छत्तीसगढ़ से आकर जबलपुर के ग्वारीघाट क्षेत्र में अस्थाई रूप से रहकर आईपीएल क्रिकेट मैचों में ऑनलाइन सट्टा चला रहा था। पुलिस ने बीएमडब्ल्यू ऑफिस के सामने स्थित रहचासी अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 604 में दबिश देकर इस गिरोह के सदस्यों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया।

ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से चला रहे थे सट्टा कारोबार

गिरफ्तार आरोपियों में लकी सिंह निवासी सिंहभूम (जमशेदपुर, झारखंड), मनोज कुमार रेड्डू निवासी खुशीपार (दुर्ग, छत्तीसगढ़), प्रिंस जयसवाल निवासी नंदिनी (दुर्ग, छत्तीसगढ़), जगप्रीत उर्फ जस्सी निवासी भिलाई (छत्तीसगढ़), और विवेकानंद शास्त्री निवासी किला दुर्ग (छत्तीसगढ़) शामिल हैं। ये सभी आरोपी ग्वारीघाट क्षेत्र में किराए पर रहकर ऑनलाइन सट्टा चला रहे थे।

मौके से जब्त हुए मोबाइल, लैपटॉप और डेबिट कार्ड

पुलिस ने दबिश के दौरान आरोपियों के पास से दो लैपटॉप, कई महंगे मोबाइल फोन, डेबिट कार्ड और अन्य डिजिटल सामग्री जब्त की है। ये सभी उपकरण सट्टेबाजी के लिए इस्तेमाल किए जा रहे थे। आरोपियों के खिलाफ ग्वारीघाट थाना में जुआ-सट्टा एक्ट के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।

पूरे प्रदेश में फैला हुआ था गिरोह का नेटवर्क

पुलिस के अनुसार, ये सटोरिए मध्यप्रदेश के अलावा देश के अन्य राज्यों में भी ऑनलाइन सट्टा संचालन करते थे। यह गिरोह व्हाट्सएप के जरिए सट्टा ग्राहकों से संपर्क कर उनसे आईडी-पासवर्ड की मांग करता और फिर वेबसाइट के माध्यम से सट्टा खिला जाता था।

क्राइम ब्रांच और स्थानीय पुलिस की संयुक्त कार्रवाई

इस गिरोह को पकड़ने में क्राइम ब्रांच निरीक्षक शैलेष मिश्रा के नेतृत्व में एएसआई संतोष पांडे, आनंद तिवारी, अरविंद श्रीवास्तव, योगेंद्र पटेल, अशोक यादव सहित टीम के अन्य सदस्यों की अहम भूमिका रही। एसपी सम्पत उपाध्याय द्वारा दिए गए निर्देशों के तहत सट्टा-जुआ के खिलाफ यह सख्त कार्रवाई की गई।

मार्च 2024 में भी पकड़े गए थे छग के सटोरिए

इससे पहले मार्च 2024 में भी पुलिस ने ललपुर रोड स्थित मुखसागर लाइफ स्टाइल अपार्टमेंट की पार्किंग से सट्टा करते हुए 11 लोगों को पकड़ा था। उन आरोपियों ने पूछताछ में बताया था कि वे व्हाट्सएप पर आईडी-पासवर्ड देकर ग्राहकों से सट्टा खिलाते थे और हर महीने 15 से 20 हजार रुपए मेहनताना दीपेश नामक व्यक्ति से लेते थे। बाद में पुलिस ने शिवहरे अपार्टमेंट से दबिश देकर दीपेश को भी गिरफ्तार किया था।

सख्त निगरानी और कार्रवाई के निर्देश

एसपी सम्पत उपाध्याय ने सभी थाना प्रभारियों और क्राइम ब्रांच को ऑनलाइन सट्टेबाजी पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। पुलिस लगातार ऐसे गिरोहों की निगरानी कर रही है जो शहर में बाहर से आकर अवैध गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं।

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