दैनिक सांध्य बन्धु पटना। बिहार की राजनीति में आज एक बड़ा उलटफेर देखने को मिला, जब राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने अपने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया। इस फैसले की जानकारी खुद लालू यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर साझा की।
लालू यादव ने तेज प्रताप के आचरण को पार्टी और परिवार के मूल्यों के खिलाफ बताया। उन्होंने लिखा—
> "निजी जीवन में नैतिक मूल्यों की अवहेलना करना हमारे सामाजिक न्याय के लिए सामूहिक संघर्ष को कमज़ोर करता है। ज्येष्ठ पुत्र की गतिविधि, लोक आचरण तथा गैर जिम्मेदाराना व्यवहार हमारे पारिवारिक मूल्यों और संस्कारों के अनुरूप नहीं है। अतएव उपरोक्त परिस्थितियों के चलते उसे पार्टी और परिवार..."
इस पोस्ट के बाद से बिहार की सियासत में हलचल मच गई है। सोशल मीडिया पर लोग तेज प्रताप के वायरल फोटो और वीडियो को लेकर कयास लगा रहे हैं कि आखिर ऐसी कौन-सी हरकत थी, जिसने लालू को यह कड़ा कदम उठाने पर मजबूर कर दिया।
तेज प्रताप की तरफ से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं
तेज प्रताप यादव की ओर से इस पूरे घटनाक्रम पर अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि परिवार में बीते कुछ समय से तनातनी का माहौल था, जो अब सार्वजनिक रूप में फूट पड़ा है।
पार्टी में बढ़ सकती है अंदरूनी कलह
तेज प्रताप को पार्टी से निकालने के फैसले का असर RJD की आंतरिक राजनीति पर पड़ना तय माना जा रहा है। माना जा रहा है कि यह फैसला न केवल परिवार में दूरियां बढ़ाएगा, बल्कि पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच भी भ्रम की स्थिति उत्पन्न कर सकता है।