दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। वाहन चोरों पर शिकंजा कसते हुए क्राइम ब्रांच और थाना ओमती पुलिस की संयुक्त टीम ने दो शातिर वाहन चोरों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से चुराए गए दो दुपहिया वाहन, जिनकी कीमत लगभग एक लाख रुपये आंकी गई है, बरामद किए गए हैं।
गिरफ्तार आरोपियों में नंदकिशोर नामदेव उर्फ नंदू (उम्र 46 वर्ष), निवासी कुंजडहाई मस्जिद के पास, थाना हनुमानताल, तथा मोहम्मद जुनैद (उम्र 38 वर्ष), निवासी हनुमानताल तालाब के पास, थाना हनुमानताल शामिल हैं। दोनों अपराधियों के खिलाफ पूर्व में भी कई बार वाहन चोरी के प्रकरण दर्ज हो चुके हैं।
यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक सम्पत उपाध्याय के निर्देशों के तहत की गई, जिन्होंने जिले में संपत्ति संबंधी अपराधों पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए समस्त राजपत्रित अधिकारियों और थाना प्रभारियों को विशेष निर्देश जारी किए थे। उन्होंने विशेष रूप से जेल से रिहा संपत्ति अपराधियों पर नजर रखने, उनकी पूछताछ करने और चोरी के मामलों में उनकी संलिप्तता की जांच कर चोरी गए माल की बरामदगी के लिए आदेशित किया था।
इसी निर्देश के अनुपालन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आनंद कलादगी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध श्रीमती सोनाली दुबे तथा नगर पुलिस अधीक्षक ओमती सोनू कुर्मी के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी ओमती राजपाल सिंह बघेल के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच और ओमती पुलिस की टीम गठित की गई, जिसने यह महत्वपूर्ण कार्रवाई अंजाम दी।
पहला मामला 17 मई 2025 को थाना ओमती में दर्ज हुआ था, जब हेमलता पवार (उम्र 62 वर्ष), निवासी महावीर कॉलोनी हाथीताल गोरखपुर, ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि वे 3 मई की शाम बंगाली क्लब करमचंद चौक में आयोजित लोक महोत्सव 2025 में शामिल होने गई थीं। उन्होंने अपनी एक्टिवा (क्रमांक MP 20 SR 2257) क्लब के पार्किंग स्थल पर खड़ी की थी, लेकिन कार्यक्रम के बाद जब वह वापस आईं, तो एक्टिवा गायब थी।
दूसरा मामला 19 मई 2025 को सामने आया, जिसमें अशरफुल मलिक (उम्र 30 वर्ष), निवासी अमखेरा रोड आयशा नगर थाना गोहलपुर, ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि 6 मई को वह जयंती कॉम्प्लेक्स के पास एटीएम के सामने अपनी हीरो एचएचएफ डीलक्स मोटरसाइकिल (क्रमांक MP 20 NP 3210) खड़ी कर कुछ खरीदारी के लिए गया था, लेकिन लौटने पर उसकी बाइक गायब थी।
19 मई को ही क्राइम ब्रांच एवं थाना ओमती की टीम ने वाहन चेकिंग के दौरान एक सीडी डीलक्स मोटरसाइकिल को रोका। चालक की पहचान नंदकिशोर नामदेव उर्फ नंदू के रूप में हुई। वाहन से संबंधित दस्तावेजों की पूछताछ में वह असफल रहा। संदेह के आधार पर जब उसे थाने लाकर गहन पूछताछ की गई, तो उसने उक्त बाइक को अपने साथी जुनैद के साथ मिलकर जयंती कॉम्प्लेक्स के पास से चोरी करना स्वीकार किया। इसके अलावा उसने बंगाली क्लब से एक्टिवा चोरी करना भी कबूला और बताया कि वह वाहन खुद चला रहा था जबकि एक्टिवा जुनैद के पास थी। बाद में जुनैद को भी हिरासत में लेकर दोनों चोरी के वाहन बरामद किए गए।
दोनों मामलों में थाना ओमती में पहले ही धारा 303(2) बीएनएस के तहत अपराध पंजीबद्ध किया जा चुका था। पूछताछ और सबूतों के आधार पर दोनों आरोपियों को विधिवत गिरफ्तार कर लिया गया।