दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। कुंडम थाना क्षेत्र अंतर्गत मामूली पारिवारिक विवाद ने खूनखराबे का रूप ले लिया। ददरा टोला सहदरा गांव में शुक्रवार सुबह एक युवक ने अपनी ही चाची की बेरहमी से हत्या कर दी। पहले डंडे से हमला किया और फिर सिर पर पत्थर पटककर महिला की हत्या कर दी।
घटना सुबह करीब 7 बजे की है, जब तितरी बाई बरकड़े (उम्र 57 वर्ष) अपनी बहू सुनीता बरकड़े (35 वर्ष) के साथ कसा नदी में स्नान कर लौट रही थीं। दोनों महिलाएं पगडंडी वाले रास्ते से अपने घर जा रही थीं। तितरी बाई आगे-आगे और बहू पीछे चल रही थी। जैसे ही तितरी बाई पहाड़ी वाले मोड़ पर पहुंचीं, तभी गांव का ही मत्तू बरकड़े (उम्र 47 वर्ष), जो उनका जेठ का बेटा है, वहां आ गया और तितरी बाई से झगड़ा करने लगा।
बचने की कोशिश में गिर पड़ी महिला, फिर सिर पर पटक दिया पत्थर
बहू सुनीता ने बताया कि मत्तू पहले से ही तितरी बाई से नाराज़ था और उसे देखकर अचानक आपा खो बैठा। वह डंडे से तितरी बाई पर टूट पड़ा। महिला ने भागकर जान बचाने की कोशिश की, लेकिन वह रास्ते में गिर गई। इसी दौरान मत्तू ने पास में पड़ा भारी पत्थर उठाकर तितरी बाई के सिर पर जोर से पटक दिया। गंभीर चोट लगने से महिला की मौके पर ही मौत हो गई।
घटना की सूचना मिलते ही ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। तुरंत सूचना कुंडम पुलिस को दी गई, जिस पर थाना प्रभारी अनूप कुमार नामदेव अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और मृतका के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
पुलिस ने बहू सुनीता बरकड़े के बयान के आधार पर आरोपी मत्तू बरकड़े के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 103(1) के तहत हत्या का मामला दर्ज किया है।
घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक सम्पत उपाध्याय ने आरोपी की शीघ्र गिरफ्तारी के निर्देश दिए। उप पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) आकांक्षा उपाध्याय के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी कुंडम अनूप कुमार नामदेव के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। टीम ने सरगर्मी से तलाश कर कुछ ही घंटों में आरोपी मत्तू बरकड़े को हिरासत में ले लिया।
न्यायालय में पेश किया गया आरोपी
पुलिस ने आरोपी को विधिवत गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर दिया है। मामले की विवेचना जारी है और घटना से जुड़े सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।
अंधविश्वास और पारिवारिक मनमुटाव बना हत्या की वजह!
हालांकि प्रारंभिक पूछताछ में पारिवारिक विवाद की बात सामने आई है, लेकिन ग्रामीणों की मानें तो आरोपी अंधविश्वास और टोटकों में विश्वास करता था। घटना के पीछे तितरी बाई द्वारा रास्ते में खाली लोटा लेकर निकलने को अपशगुन मानने की चर्चा भी सामने आई है।