दैनिक सांध्य बन्धु दरभंगा। कांग्रेस नेता राहुल गांधी गुरुवार को बगैर प्रशासनिक अनुमति के दरभंगा के अंबेडकर छात्रावास पहुंचे। NSUI द्वारा आयोजित ‘शिक्षा न्याय संवाद’ कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे राहुल को पहले ही पुलिस ने मिथिला यूनिवर्सिटी कैंपस से 3 किमी पहले रोक दिया था। बावजूद इसके, वे पैदल ही छात्रावास पहुंचे और मात्र 12 मिनट का संबोधन दिया।
राहुल गांधी ने कहा, "दलितों और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहा है, पेपर लीक हो रहे हैं, और जातीय जनगणना से सरकार भाग रही है।" उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि "90% आबादी के पास सत्ता और संसाधनों में कोई प्रतिनिधित्व नहीं है।"
प्रशासन ने छात्रावास में राजनीतिक कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी थी। DM राजीव रौशन ने कहा, "छात्रावासों में किसी भी तरह की पॉलिटिकल मीटिंग की इजाजत नहीं होती। उन्हें टाउन हॉल में कार्यक्रम की अनुमति दी गई थी।"
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम और NSUI अध्यक्ष वरुण चौधरी ने कहा कि यह "दलितों की आवाज को दबाने की कोशिश है।" राहुल गांधी ने मंच से छात्रों को संविधान की ताकत याद दिलाई और कहा कि "जब तक जातीय जनगणना नहीं होगी, सामाजिक न्याय अधूरा रहेगा।"
राहुल गांधी ने पटना के सिटी सेंटर मॉल में सामाजिक न्याय पर आधारित फिल्म 'फुले' भी देखी। यह फिल्म महात्मा ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले के संघर्षों पर आधारित है।
कांग्रेस ने ‘शिक्षा न्याय संवाद’ के लिए 70 जगहें तय की हैं, जिसमें 35 टाउन और 35 हॉस्टल शामिल हैं। यह कार्यक्रम डेढ़ महीने तक चलेगा और इसके फीडबैक पर कांग्रेस बिहार चुनाव के लिए ‘न्याय पत्र’ तैयार करेगी।
यह राहुल गांधी का इस साल का पांचवां बिहार दौरा है। उनके साथ NSUI, कांग्रेस के सांसद, पूर्व मुख्यमंत्री और युवा नेता कार्यक्रमों में शामिल हो रहे हैं।