दैनिक सांध्य बन्धु इंदौर। इंदौर की सिलिकॉन सिटी फर्स्ट ब्लॉक में गुरुवार तड़के एक 27 वर्षीय युवती ने आर्थिक तंगी और रिकवरी एजेंटों की धमकियों से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। मृतका की पहचान भोपाल की रहने वाली शालू पिता परमानंद के रूप में हुई है, जो एक्सिस बैंक में एजेंट के रूप में काम कर रही थी।
शालू पर कर्ज का बोझ था और लगातार वसूली एजेंटों के दबाव ने उसे मानसिक रूप से तोड़ दिया था। इसी तनाव में उसने अपने फ्लैट में हाथ की नस काट ली। खून से लथपथ वह नीचे सीढ़ियों से उतरकर कैंपस में आ गई, जहां सुबह 4:20 बजे छात्र संगम ने उसे देखा और तुरंत अपने मित्र सोमिल की मदद से उसे एमवाय अस्पताल पहुंचाया। इलाज के दौरान शालू ने दम तोड़ दिया।
पुलिस को युवती के कमरे से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने अपने माता-पिता से माफी मांगते हुए लिखा है कि वह कर्ज के कारण यह कदम उठा रही है। कमरे, सीढ़ियों और परिसर में खून के निशान मिले हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वह नस काटने के बाद खुद नीचे आई थी।
डॉक्टरों के मुताबिक युवती के शरीर पर नुकीली चीज से चोट के निशान भी पाए गए हैं। वहीं, छात्रों ने बताया कि घायल अवस्था में युवती ने "चारू" नाम और "मां बचा लो" जैसे शब्द कहे थे। युवती को पहले कभी परिसर में नहीं देखा गया था, जिससे पुलिस आत्महत्या के पीछे के अन्य कारणों की भी जांच कर रही है।
हालांकि, छात्रों का आरोप है कि पुलिस को सूचना समय पर देने के बावजूद वह घटनास्थल पर देर से पहुंची। फिलहाल राउ थाना पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है और युवती के परिजनों को सूचना दे दी गई है।