दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। क्राइम ब्रांच और थाना पनागर पुलिस की संयुक्त टीम ने पांच वाहन चोरों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से चोरी की गई कुल 5 दोपहिया वाहन बरामद किए हैं, जिनकी अनुमानित कीमत करीब 3 लाख 25 हजार रुपये बताई जा रही है।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में मोहम्मद शादाब (24 वर्ष), उमंग चौरसिया उर्फ काला (23 वर्ष), आदित्य कोरी उर्फ आदी (18 वर्ष) के साथ-साथ दो विधि विवादित 17 वर्षीय बालक शामिल हैं। ये आरोपी विभिन्न थाना क्षेत्रों से दोपहिया वाहन चोरी की घटनाओं में शामिल रहे हैं। इनके खिलाफ अपराध क्रमांक 478/25, 1431/24, एवं इश्तगासा क्रमांक 01/24 अंतर्गत धारा 303(2) एवं धारा 35(1-3) बीएनएसएस एवं 303 बीएनएस के तहत कार्यवाही की गई है।
इन आरोपियों के पास से बरामद वाहनों में बिना नंबर की सुजुकी एक्सिस (कीमत 50 हजार), एक्सिस (60 हजार), काले रंग की एक्सिस (65 हजार), एक्सिस (75 हजार) एवं होण्डा शाइन मोटर सायकिल (75 हजार) शामिल हैं। सभी वाहन चोरी के प्रकरणों में पुलिस थानों में पहले से पंजीबद्ध अपराधों के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई थी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, इन चोरों ने जबलपुर जिले के विभिन्न क्षेत्रों से वाहन चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया था। 6 दिसंबर 2024 को अभिलाष गौतम की एक्सिस गाड़ी उनके घर के सामने से चोरी हो गई थी, जिसकी रिपोर्ट थाना पनागर में दर्ज की गई थी। इसी तरह 15 अप्रैल 2025 को मुकेश गुप्ता की काले रंग की एक्सिस उनके घर के बाहर से गायब पाई गई थी। इसके अलावा थाना बरगी क्षेत्र से एक मजदूर जितेन्द्र यादव की होण्डा शाइन बाइक, थाना बरेला क्षेत्र से मैकेनिक संजय सोंधिया की एक्सिस तथा थाना ग्वारीघाट क्षेत्र से राज सिंह ठाकुर की नीली एक्सिस भी चोरी हुई थी। ये सभी घटनाएं क्रमश: अपराध क्रमांक 478/25, 43/25, 163/25 और 134/25 के अंतर्गत दर्ज हैं।
मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर क्राइम ब्रांच और थाना पनागर की संयुक्त टीम ने आजाद नगर सूपताल क्षेत्र में दबिश देकर एक विधि विवादित बालक को चोरी की एक्सिस के साथ पकड़ा। पूछताछ में उसने न केवल उक्त एक्सिस को चोरी करना स्वीकार किया बल्कि अपने साथियों के साथ मिलकर अन्य स्थानों से भी वाहन चोरी करने की बात कबूल की। उसकी निशानदेही पर अन्य चार आरोपियों को भी अभिरक्षा में लेकर उनके पास से चोरी किए गए वाहन बरामद किए गए।
पुलिस द्वारा गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की जा रही है और चोरी के अन्य मामलों में इनकी संलिप्तता की भी जांच की जा रही है। बरामद वाहनों के असली मालिकों की तलाश जारी है ताकि जल्द से जल्द वाहन उन्हें सुपुर्द किए जा सकें।