दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर जबलपुर में भी जोरदार आयोजन हुआ, हालांकि बारिश के चलते मुख्य कार्यक्रम को रानीताल स्टेडियम के बाहर की बजाय अंदर हॉल में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में आमजन, स्कूली बच्चों से लेकर जनप्रतिनिधियों तक ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
मध्य प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि “योग भारत की सांस्कृतिक चेतना का उत्सव है। इसमें न केवल भारत बल्कि विश्व का कल्याण निहित है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से आज 180 देश योग दिवस मना रहे हैं।” उन्होंने योग को जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने वाला बताया।
सीएम योग के साधक, हम सब प्रेरित हों – राकेश सिंह
मंत्री सिंह ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे स्वयं योग के नियमित साधक हैं और प्रदेश में योग को बढ़ावा देने में जुटे हैं। “हमें प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के आह्वान पर खुद भी योग करना चाहिए और समाज को भी जोड़ना चाहिए।”
कार्यक्रम में सांसद आशीष दुबे, विधायक अजय विश्नोई, अशोक रोहाणी, अभिलाष पांडे, कलेक्टर दीपक सक्सेना, एसपी संपत उपाध्याय, नगर निगम कमिश्नर प्रीति यादव सहित कई अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
बारिश बनी बाधा, लेकिन उत्साह रहा बरकरार
लगातार बारिश के कारण कार्यक्रम को स्टेडियम के अंदर आयोजित करना पड़ा, लेकिन प्रतिभागियों के उत्साह में कोई कमी नहीं आई। स्कूली बच्चों और नागरिकों ने सामूहिक योगाभ्यास किया और विभिन्न आसनों का अभ्यास किया।
गौरी घाट पर तैरते हुए किया योग
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर शहर के गौरी घाट पर एक अनोखा नज़ारा देखने को मिला। तैराकों ने नर्मदा नदी में तैरते हुए योगाभ्यास किया। साथ ही 61 वर्षीय आचार्य जगेंद्र सिंह ने जल में योग की अनेक कठिन क्रियाएं कर सबको प्रेरित किया।
शहर के 20 स्थानों पर योग
मुख्य आयोजन के अलावा, शहर के 20 अलग-अलग स्थानों पर भी योग कार्यक्रम आयोजित किए गए। नगर निगम, स्कूलों और सामाजिक संगठनों ने मिलकर इन कार्यक्रमों को सफल बनाया।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के बहाने जबलपुर ने फिर एक बार साबित किया कि बारिश जैसी बाधाएं भी जनचेतना को नहीं रोक सकतीं। योग अब एक परंपरा नहीं, बल्कि जनांदोलन बन चुका है।