Jabalpur News: नगर निगम की बैठक में डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन को लेकर गरमाया सदन, कांग्रेस पार्षदों के धरने से हुआ हंगामा

दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। नगर निगम के पंडित भवानी प्रसाद तिवारी सभाकक्ष में आयोजित सामान्य सभा की बैठक भारी हंगामे की भेंट चढ़ गई। बैठक की शुरुआत से ही डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन को लेकर विपक्ष के तेवर तीखे रहे। कांग्रेस पार्षदों ने इस मुद्दे पर विरोध दर्ज करते हुए सफाई कर्मचारियों के लंबित वेतन भुगतान को लेकर नगर निगम प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर दिया।

विपक्ष ने हाल ही में सफाई संरक्षकों के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम को निशाने पर लेते हुए कहा कि यदि इसी कार्यक्रम में कर्मचारियों को उनके रुके हुए वेतन का चेक सौंपा गया होता तो वह वास्तविक सम्मान होता। कांग्रेस पार्षद अनुपम जैन ने इस मुद्दे पर मेयर को घेरते हुए बैठक के बीच धरना शुरू कर दिया और तीखी टिप्पणी कर दी, जिससे सत्ता पक्ष आक्रोशित हो गया।

महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने स्वयं मोर्चा संभालते हुए कांग्रेस पार्षद पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अनुपम जैन को न बात करने का सलीका है, न ही ज्ञान है। वे सदन को जानबूझकर बिगाड़ना चाहते हैं। इसके बाद सत्ता पक्ष के पार्षदों ने सदन में जमकर नारेबाजी की और अनुपम जैन से माफी की मांग की।

हालांकि, कांग्रेस पार्षद ने माफी मांग ली, लेकिन विवाद यहीं नहीं रुका। सदन में महापौर और कांग्रेस पार्षदों के बीच तीखी बहस का दौर जारी रहा। नेता प्रतिपक्ष अमरीश मिश्रा ने मामले को शांत करने की कोशिश करते हुए कहा कि पार्षद ने ऐसा कोई शब्द नहीं कहा जिससे महापौर की गरिमा को ठेस पहुंची हो।

डोर-टू-डोर भुगतान पर महापौर का निर्देश

बैठक में डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन में लगे कर्मचारियों को ठेकेदार द्वारा दो माह से वेतन न दिए जाने का मुद्दा भी प्रमुखता से उठा। महापौर अन्नू ने तत्काल आयुक्त को निर्देश दिए कि अगले दिन से कर्मचारियों की हड़ताल समाप्त कराई जाए और एक सप्ताह के भीतर सभी कर्मचारियों का लंबित भुगतान सुनिश्चित किया जाए।

महापौर ने यह भी जानकारी दी कि तकनीकी कारणों से ठेकेदार को अभी तक ब्लैकलिस्ट नहीं किया जा सका है, लेकिन प्रक्रिया जारी है।

“सिर्फ दिखावा कर रहा नगर निगम” – विपक्ष 

नेता प्रतिपक्ष अमरीश मिश्रा ने कहा कि नगर निगम का मौजूदा प्रशासन सिर्फ दिखावटी कामों में लगा हुआ है। उन्होंने कहा कि एक तरफ सफाई कर्मचारियों को सम्मानित किया जा रहा है, दूसरी तरफ उन्हें उनका मेहनताना नहीं दिया जा रहा। पोहा दिवस जैसे आयोजनों पर खर्च किया जा रहा है, लेकिन छोटे व्यापारियों को व्यापार करने से रोका जा रहा है।

इसके जवाब में भाजपा पार्षद कमलेश अग्रवाल ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस के नेता दोहरी नीति पर चल रहे हैं। कभी यातायात सुधारने की बात करते हैं और जब अतिक्रमण हटाया जाता है तो उसका विरोध करते हैं। ये ‘चित्त भी मेरी, पट भी मेरी’ की नीति पर चल रहे हैं।

बैठक का माहौल अंत तक गरमाया रहा और डोर-टू-डोर योजना के साथ-साथ नगर निगम की कार्यप्रणाली को लेकर सत्ता और विपक्ष के बीच तीखी बहस होती रही।

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