घटना से जुड़ा वीडियो जबलपुर निवासी सूर्या मलिक के इंस्टाग्राम पेज से पोस्ट किया गया है। 15 और 13 सेकंड के दो अलग-अलग वीडियो में 'ओनली सेन साहब ग्वारीघाट में पीटते हुए' और 'पापा बोलो बेटा पापा' जैसे अपमानजनक संवाद भी देखे जा सकते हैं। एक अन्य वीडियो में 'ओनली सूर्या मलिक शहर में' लिखा गया है, जिससे यह अंदेशा लगाया जा रहा है कि वीडियो को जानबूझकर दबंगई और सनसनी फैलाने के उद्देश्य से साझा किया गया।
फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि पीड़ित युवक कौन है और किन कारणों से उसके साथ यह बर्बरता की गई। पुलिस सूत्रों के अनुसार, ग्वारीघाट थाना पुलिस वीडियो की सत्यता और घटनास्थल की पुष्टि करने के साथ-साथ आरोपित युवकों की पहचान में जुटी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए आला अधिकारियों ने ग्वारीघाट थाना प्रभारी को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
यह पहला मामला नहीं है जब शहर में 'तालिबानी सजा' जैसा जघन्य व्यवहार सामने आया हो। पूर्व में भी इस प्रकार की घटनाओं ने समाज में असुरक्षा और कानून की गिरती पकड़ को लेकर सवाल खड़े किए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे मामलों में कड़ी और त्वरित कार्रवाई न होने से अपराधियों के हौसले बुलंद हो जाते हैं।
पुलिस की ओर से अपील
पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे इस प्रकार के वीडियो को साझा करने से बचें और यदि किसी के पास इस घटना से संबंधित जानकारी हो तो गोपनीय रूप से पुलिस को सूचित करें।