दैनिक सांध्य बन्धु गुना। कांग्रेस से छह साल के लिए निष्कासित किए गए पूर्व सांसद लक्ष्मण सिंह ने पार्टी और राहुल गांधी पर बड़ा हमला बोला है। गुना में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में लक्ष्मण सिंह ने कहा कि पार्टी ने उनसे लिखित में यह स्वीकार करने को कहा था कि राहुल गांधी देश के अगले प्रधानमंत्री बनेंगे, तभी उन पर कार्रवाई नहीं की जाएगी। लेकिन उन्होंने ऐसा करने से इनकार कर दिया, जिसके चलते उन्हें निष्कासित कर दिया गया।
लक्ष्मण सिंह ने राहुल गांधी के "घोड़े" वाले बयान पर तीखा तंज कसते हुए कहा, "जिसकी खुद की बारात नहीं निकली, वो बारात के घोड़े की बात करता है।" उन्होंने कहा कि वो कोई ज्योतिषी नहीं हैं, जो यह तय करें कि देश का अगला प्रधानमंत्री कौन होगा।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह ने कहा, "ऐसे व्यक्ति को क्या हम लीडर मान सकते हैं? जो मान रहे हैं, मुझे तो उन पर आश्चर्य होता है।" उन्होंने राहुल गांधी और रॉबर्ट वाड्रा के व्यवहार को 'बचपना' बताते हुए पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाए।
लक्ष्मण सिंह ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्हें अपने बयानों पर कोई अफसोस नहीं है, विशेषकर पहलगाम घटना पर दिए गए बयान पर। उन्होंने कहा, "कांग्रेस कार्यकर्ता मेरे साथ थे, हाईकमान को क्यों आपत्ति थी?"
उमर अब्दुल्ला को लेकर दिए गए बयान पर भी उन्होंने अपनी बात दोहराई और कहा कि उनकी टिप्पणी आतंकवादियों से उनके (उमर) संबंधों पर थी, जिसे लेकर उन्होंने पहले भी आवाज उठाई थी।
लक्ष्मण सिंह की इस खुली नाराजगी और बेबाक बयानों ने कांग्रेस नेतृत्व के सामने असहज स्थिति खड़ी कर दी है और यह घटनाक्रम पार्टी के भीतर की अंदरूनी असहमति को उजागर कर रहा है।
"अब चुप नहीं रहूंगा, सच बोलूंगा": लक्ष्मण सिंह
प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिंह ने कहा कि वे अब चुप नहीं रहेंगे और राजनीति में ईमानदारी से सच बोलते रहेंगे। उन्होंने अपनी लड़ाई को व्यक्तिगत नहीं, बल्कि विचारधारा की लड़ाई बताया।