रतलाम।मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार को रतलाम में आयोजित “एमपी राइज 2025” कॉन्क्लेव का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने सूबे के उद्योग क्षेत्र को नई गति देने वाले कई महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। मुख्यमंत्री ने सूबे के एमएसएमई सेक्टर की 47 इकाइयों का एक साथ लोकार्पण और शिलान्यास कर प्रदेशवासियों को बड़ी सौगात दी।
कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा, “जहां कॉन्क्लेव होता है, वहीं उद्योगों का लोकार्पण और भूमिपूजन करना हमारी कार्य संस्कृति है। यह सम्मेलन केवल योजनाओं की घोषणा भर नहीं, बल्कि नव उद्यमियों को प्रोत्साहित करने और उन्हें मंच देने की दिशा में एक ठोस पहल है।
राज्यभर में निवेश और युवाओं को अवसर
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर रीवा, सागर, अलीराजपुर, धार और रतलाम के उद्यमियों एवं जनप्रतिनिधियों से वर्चुअल संवाद भी किया। उन्होंने बताया कि एमएसएमई, तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास और रोज़गार विभाग के ‘युवा संगम कार्यक्रम’ के तहत इस वर्ष 21,718 युवाओं को ऑफर लेटर प्रदान किए गए हैं। उन्होंने निवेशकों से अपील की कि वे अधिक से अधिक युवाओं को उद्योगों से जोड़ें और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में सहभागी बनें।कॉन्क्लेव के प्रमुख बिंदु:
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सिंगल क्लिक के माध्यम से 140 औद्योगिक इकाइयों को 425 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता का अंतरण।
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एमएसएमई विभाग द्वारा 880 इकाइयों को 269 करोड़ रुपये की सहायता वितरित।
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242 करोड़ की लागत से 329 हेक्टेयर क्षेत्र में 16 नवीन औद्योगिक क्षेत्रों का शिलान्यास।
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104 करोड़ की लागत से 73.43 हेक्टेयर में 10 राज्य क्लस्टर्स और अलीराजपुर सीएफसी का लोकार्पण।
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निवाड़ी, आगर मालवा और रायसेन में नए डीटीआईसी कार्यालयों का शुभारंभ।
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मंदसौर जिले के सेमरी कांकड़ में 61.26 करोड़ की लागत से नए औद्योगिक क्षेत्र का भूमि पूजन।
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रतलाम जिले को 202 करोड़ के 8 विकास कार्यों की अनुपम सौगात।
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प्रदेश के 4 लाख से अधिक हितग्राहियों को 3861 करोड़ रुपये की ऋण एवं अनुदान राशि का सिंगल क्लिक से ट्रांसफर।
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एसआरएफ ग्रुप को भूमि आवंटन हेतु लेटर ऑफ इंटेंट जारी।