इस चौंकाने वाले खुलासे की शुरुआत गुयाना के स्थानीय अखबार Kaieteur Sports की रिपोर्ट से हुई, जिसने इस खबर को "Monster in Maroon" शीर्षक से प्रकाशित किया। रिपोर्ट के अनुसार, पीड़िताओं के बयान सुने गए हैं और उनके आरोप बेहद संगीन हैं।
बोर्ड ने झाड़ा पल्ला, कहा- जानकारी नहीं
इस मसले पर जब स्पोर्ट्स चैनल SportsMax ने क्रिकेट वेस्टइंडीज (CWI) से प्रतिक्रिया मांगी, तो बोर्ड के अध्यक्ष किशोर शैलो ने कहा, "फिलहाल बोर्ड को इस तरह के किसी मामले की जानकारी नहीं है, और जब तक ठोस जानकारी नहीं मिलती, हम कोई टिप्पणी नहीं कर सकते।"हालांकि, सवाल यह भी उठाया गया कि यदि आरोपों में सच्चाई है तो क्या बोर्ड इससे अनजान बना रहा, और क्या आरोपी खिलाड़ी को संरक्षण तो नहीं दिया जा रहा?
वकील का खुलासा: दो साल पहले सामने आई थी पहली शिकायत
गुयाना के वरिष्ठ वकील नाइजेल ह्यूजेस ने इस मामले को लेकर एक अहम खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि दो साल पहले एक पीड़िता उनके पास पहुंची थी। वकील के अनुसार, यह खिलाड़ी उस वेस्टइंडीज टीम का हिस्सा था, जिसने जनवरी 2024 में ऑस्ट्रेलिया को गाबा, ब्रिस्बेन टेस्ट में हराया था। उन्होंने कहा, "पीड़िताओं ने तब तक कोई आपराधिक केस दर्ज नहीं करवाया था, लेकिन अब जब जांच आगे बढ़ी है, तो बयान दर्ज किए जा रहे हैं।"
ह्यूजेस के मुताबिक, ऑस्ट्रेलिया दौरे से लौटने के बाद उस खिलाड़ी का गुयाना में 'हीरो' की तरह स्वागत हुआ था, और उस दौरान आरोपों की चर्चा को दबा दिया गया था। हाल ही में इन आरोपों को लेकर फिर से पूछताछ की गई है।
मैदान पर वेस्टइंडीज का प्रदर्शन जारी, सवालों के घेरे में नैतिक जिम्मेदारी
उधर, वेस्टइंडीज टीम इस समय ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज़ का पहला मुकाबला बारबाडोस में खेल रही है। दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में 4 विकेट खोकर 92 रन बना लिए हैं। इससे पहले वेस्टइंडीज ने 190 रन बनाकर पहली पारी में 10 रन की मामूली बढ़त हासिल की थी।लेकिन खेल के इन आंकड़ों से इतर अब सवाल क्रिकेट की साख, खिलाड़ियों की जवाबदेही और बोर्ड की नैतिक जिम्मेदारी पर उठने लगे हैं। वेस्टइंडीज क्रिकेट को यह तय करना होगा कि अगर इन आरोपों में सच्चाई पाई जाती है, तो वह कैसे जवाबदेह रहेगा।