दैनिक सांध्य बन्धु भोपाल। भारतीय जनता पार्टी में मध्यप्रदेश प्रदेश अध्यक्ष को लेकर पिछले पांच महीनों से चला आ रहा असमंजस अब भी बरकरार है। भोपाल पहुंचे बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन चुनाव अधिकारी डॉ. के. लक्ष्मण ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि चुनाव अपने तय समय पर होगा, लेकिन फिलहाल कोई निश्चित तिथि तय नहीं की गई है। उन्होंने इशारा दिया कि 14 से 16 जून तक पचमढ़ी में होने वाले प्रशिक्षण वर्ग के बाद चुनाव कार्यक्रम की घोषणा हो सकती है।
भाजपा संगठन चुनाव की प्रक्रिया के तहत पहले बूथ, मंडल और जिला अध्यक्षों की घोषणा की जा चुकी है। जनवरी में 60 जिलों के अध्यक्षों के नाम तय हो गए थे और माना जा रहा था कि फरवरी में प्रदेश अध्यक्ष भी चुन लिया जाएगा, लेकिन पांच महीने बीतने के बावजूद इस पर स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है।
प्रदेश अध्यक्ष की रेस में कई नामों की चर्चा है, जिनमें बैतूल विधायक हेमंत खंडेलवाल, डॉ. नरोत्तम मिश्रा, बृजेन्द्र प्रताप सिंह, रामेश्वर शर्मा, अरविंद भदौरिया, आलोक शर्मा और सुधीर गुप्ता शामिल हैं। हालांकि पार्टी सूत्रों का मानना है कि सामाजिक संतुलन और आगामी चुनावी रणनीति को ध्यान में रखते हुए पार्टी प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी आदिवासी वर्ग के किसी नेता को भी दे सकती है। इस लिहाज से खरगोन सांसद गजेन्द्र सिंह पटेल, मंडला के फग्गन सिंह कुलस्ते और विधायक कुंवर सिंह टेकाम के नाम प्रमुख दावेदारों में माने जा रहे हैं।
वर्तमान अध्यक्ष वीडी शर्मा को पांच साल से ज्यादा समय हो चुका है। फरवरी 2020 में अध्यक्ष बनने के बाद उन्हें लोकसभा चुनाव तक के लिए एक्सटेंशन मिला था। अब जब केंद्रीय नेतृत्व बदल चुका है और राज्यों में संगठनात्मक बदलाव किए जा रहे हैं, तो मप्र में भी अध्यक्ष बदलने की संभावनाएं प्रबल हो गई हैं।
फिलहाल, सभी की नजरें पचमढ़ी प्रशिक्षण वर्ग पर टिकी हैं, जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह उद्घाटन और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समापन सत्र में शामिल होंगे। माना जा रहा है कि इसी दौरान मध्यप्रदेश भाजपा को नया अध्यक्ष मिलने की घोषणा हो सकती है।