जबलपुर। शहर में बीते कुछ हफ्तों से कारों के टायर चोरी की बढ़ती घटनाओं ने पुलिस को चिंता में डाल दिया था। अब गोहलपुर और संजीवनी नगर थाना पुलिस ने एक शातिर चोर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो रात के अंधेरे में लग्जरी कार से वारदात को अंजाम दिया करते थे। पुलिस ने आरोपियों के पास से चोरी किए गए कुल नौ वाहनों के टायर और एलॉय व्हील बरामद किए हैं।
गिरफ्तारी कैसे हुई: सीसीटीवी फुटेज और मुखबिर की सूचना बनी पुलिस की चाबी
पुलिस को सबसे अहम सुराग सीसीटीवी कैमरों से मिला। जांच में एक ग्रे रंग की कार दिखाई दी, जिस पर काली फिल्म लगी थी और आगे-पीछे 'डॉक्टर' लिखा हुआ था। संदेह के घेरे में आई इस कार की पहचान के लिए पुलिस ने इलाके के मुखबिरों को सक्रिय किया, जिसके बाद संदेहास्पद युवकों की पहचान की गई और उन्हें हिरासत में लेकर जब पूछताछ की गई, तो उन्होंने नौ वारदातों में अपनी संलिप्तता कबूल कर ली।गिरफ्तार आरोपी
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मन्नत उर्फ अनी श्रीवास्तव – निवासी शांता माता मंदिर के पास, आधारताल
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संस्कार पटेल – निवासी एलएनसीटी कॉलेज के पास, भेड़ाघाट
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कुनाल पटेल – निवासी चंडीधाम मंदिर के पास, आधारताल
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प्रिंस श्रीवास – मूल निवासी बहोरीबंद, हाल निवासी उखरी, लार्डगंज
ऐसे करते थे वारदात
आरोपी चोरी के लिए एक लग्जरी कार का इस्तेमाल करते थे, जिस पर 'डॉक्टर' लिखा होता था ताकि शक न हो। ये गिरोह रात के वक्त सुनसान इलाकों में खड़ी कारों को निशाना बनाता और चंद मिनटों में टायर व एलॉय व्हील खोलकर अपनी गाड़ी में रखकर फरार हो जाता।
इन वारदातों का किया खुलासा
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निशांत आहूजा (शांतिनगर, गोहलपुर) की कार से 3 टायर और एलॉय व्हील – 14 जून
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अखिल अग्रवाल (शांतिनगर, गोहलपुर) – 2 टायर चोरी – 16 जून
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तनवी नोतनानी (शांतिनगर, गोहलपुर) – 2 टायर चोरी – 25 जून
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कुलदीप बागड़ी (खटीक मोहल्ला, गोहलपुर) – 2 टायर चोरी – 15 जून
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आदित्य प्रसाद पांडे (शांतिनगर, गोहलपुर) – 4 टायर चोरी – 25 जून
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शशिधर साहू (शांतिनगर, गोहलपुर) – 1 टायर चोरी – 25 जून
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सुनील साहू (चंदन कॉलोनी, संजीवनी नगर) – 4 टायर चोरी – 25 जून
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शैलेश जैन (धनवंतरिनगर, संजीवनी नगर) – 1 टायर चोरी
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मोहित मिश्रा (धनवंतरिनगर, संजीवनी नगर) – 1 टायर चोरी
जांच में जुटी पुलिस
थाना गोहलपुर और संजीवनी नगर पुलिस टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए गिरोह की कुशलता और वारदात के तरीके को लेकर और भी जानकारियां जुटाई हैं। पुलिस अब इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या यह गिरोह इससे पहले भी दूसरे शहरों या जिलों में सक्रिय रहा है।