दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। आनंद कुंज से पंडा की मढ़िया तक की 22 फीट चौड़ी सड़क को 53 फीट करने की कवायद ने मंगलवार को गढ़ा बाजार में भारी विवाद और विरोध को जन्म दिया। जैसे ही दोपहर 12 बजे नगर निगम की टीम ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की, बुलडोजर के पहले वार के साथ ही स्थानीय व्यापारियों और रहवासियों में गुस्सा फूट पड़ा। दुकानदारों ने विरोध में अपने प्रतिष्ठान बंद कर दिए और कार्रवाई रोकने की कोशिश की, लेकिन न तो नपाई रुकी और न ही बुलडोजर।क्षेत्रीय पार्षद शेखर सोनी का मकान और दुकान भी इसी मुख्य सड़क पर स्थित है। उन्होंने खुद सात फीट भूमि देने की घोषणा करते हुए लोगों से सहयोग की अपील की, लेकिन उनकी इस बात पर कुछ लोग भड़क उठे। लोगों ने तंज कसते हुए कहा – "तुम पूरी जमीन दे दो, हम नहीं देंगे।" पार्षद सोनी ने नगर निगम पर आरोप लगाया कि बार-बार जानबूझकर उनके ही घर की नपाई की जा रही है।गढ़ा विकास मंच के अरविंद दुबे सहित कई स्थानीय लोगों ने कहा कि प्रस्तावित 53 फीट में से केवल 33 फीट ही सड़क बनेगी, बाकी 10-10 फीट पर नाली और फुटपाथ बनाया जा रहा है। उनका कहना है कि फुटपाथ का प्रयोग बाद में दुकानें लगाने के लिए होता है, इसलिए केवल सड़क निर्माण किया जाए।व्यापारियों का कहना है कि इस चौड़ीकरण में उनकी पूरी दुकानें टूट जाएंगी जिससे रोज़गार पर सीधा असर पड़ेगा। उनका सुझाव है कि सड़क को 40 फीट तक ही चौड़ा किया जाए जिससे विकास भी हो और लोगों का व्यवसाय भी सुरक्षित रहे।एक तरफ जहां कुछ लोग सड़क चौड़ीकरण को जरूरी विकास मानकर समर्थन दे रहे हैं, वहीं बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक और व्यापारी इससे नाराज हैं। प्रशासन ने हालांकि विरोध के बीच भी कार्रवाई जारी रखी और कई अतिक्रमण हटाए।
Tags
jabalpur