दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। देर रात एक छोटी सी बात ने बड़ा खूनी रूप ले लिया। सड़क किनारे टॉयलेट करने से मना करना एक युवक को इतना भारी पड़ गया कि उसे अपनी जान गंवानी पड़ी। गोहलपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत चंडाल भाटा इलाके में 25 वर्षीय सागर चौधरी को पांच युवकों ने घेरकर चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर मौत के घाट उतार दिया।
टॉयलेट करने से रोका, तो चाकू से कर दिया हमला
मामला देर रात करीब 12 बजे का है। चंडाल भाटा निवासी सागर चौधरी पास की शराब दुकान के बाहर खड़ा था। इसी दौरान दो बाइक पर सवार होकर पांच युवक वहां पहुंचे और दुकान से शराब खरीदकर सड़क किनारे ही पीने लगे। तभी उनमें से एक युवक सड़क पर ही टॉयलेट करने लगा। यह देखकर सागर ने उसे टोका और कहा कि, “यहां नहीं, थोड़ा आगे जाकर कर लो।”
बस इतनी सी बात आरोपियों को नागवार गुज़री। पहले बहस और गाली-गलौज हुई, फिर मामला अचानक हिंसक हो गया। शोरगुल सुनकर सभी आरोपी एकत्र हो गए और सागर को घेर लिया। इसके बाद चाकुओं से उस पर हमला कर दिया गया। आरोपियों ने बेरहमी से उसके शरीर पर कई वार किए, जिससे वह मौके पर ही गिर पड़ा।
लोगों की भीड़ देखती रही, कोई आगे नहीं आया
वारदात के वक्त शराब दुकान पर लोगों की भीड़ मौजूद थी, लेकिन किसी ने भी हमलावरों को रोकने की हिम्मत नहीं दिखाई। सभी मूकदर्शक बने रहे। कुछ लोगों ने पुलिस को सूचना जरूर दी, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। आरोपी वारदात को अंजाम देकर फरार हो चुके थे।
परिजनों की चीख-पुकार से गूंजा अस्पताल परिसर
घटना की सूचना मिलते ही सागर के परिजन भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज भिजवाया। सुबह जब शव का पीएम हुआ और पुलिस शव सौंपने लगी, तब अस्पताल परिसर में परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। परिजनों ने पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की।
आरोपी बस से भागने की फिराक में थे, पुलिस ने पकड़ा
गोहलपुर थाना प्रभारी प्रतीक्षा मार्को के नेतृत्व में टीम ने तत्काल जांच शुरू की। मौके पर मौजूद लोगों से पूछताछ की गई, जिसमें दो आरोपियों के नाम सुमित और राधे सामने आए। इनके साथ तीन अन्य नाबालिग भी थे।
पुलिस ने आरोपियों की धरपकड़ के लिए जाल बिछाया और गुरुवार सुबह उन्हें माढ़ोताल स्थित ISBT बस स्टैंड से गिरफ्तार कर लिया। वे बस से शहर छोड़कर भागने की तैयारी में थे। सभी के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज कर लिया गया है। उन्हें आज न्यायालय में पेश किया जाएगा।
इस हत्याकांड ने फिर एक बार यह सवाल खड़ा कर दिया है कि मामूली विवाद अब सीधे जानलेवा हमले में क्यों तब्दील हो रहे हैं? तीन नाबालिगों की संलिप्तता भी चिंताजनक है। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि क्या घटना पूर्व नियोजित थी या सिर्फ आवेश में आकर आरोपियों ने हमला किया।
जनता की चुप्पी और भीड़ का तमाशबीन रहना भी सवालों के घेरे में
इस पूरी घटना का सबसे अफसोसनाक पहलू यह रहा कि सागर को चाकू मारे जाते समय लोग आसपास खड़े होकर तमाशा देखते रहे, लेकिन किसी ने बीच-बचाव की कोशिश नहीं की। यह समाज के भीतर बढ़ती संवेदनहीनता और डर का परिचायक है।