दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। बिजली विभाग की लापरवाही एक बार फिर जानलेवा साबित हुई है। लामटी गांव में खंभे से लटक रहे हाई वोल्टेज बिजली तार की चपेट में आकर 21 वर्षीय युवक सौरभ ठाकुर की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। हादसे के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने आईटीआई स्थित एमपीवीवीएन (मध्यप्रदेश विद्युत वितरण कंपनी) पावर हाउस का घेराव किया और चक्का जाम कर दिया। ग्रामीणों ने बिजली विभाग की लापरवाही को लेकर जमकर नाराजगी जताई और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की।
खेत की ओर जाते समय हुआ हादसा
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह दर्दनाक हादसा लामटी गांव में रक्षा फार्म हाउस के पास हुआ। मृतक सौरभ ठाकुर रोज की तरह खेत की ओर जा रहा था, तभी रास्ते में खंभे से नीचे झूल रहे हाई वोल्टेज तार की चपेट में आ गया। करंट लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। ग्रामीणों ने बताया कि यह तार कई दिनों से टूटकर लटक रहा था और कई बार इसकी शिकायत बिजली विभाग से की गई थी, लेकिन किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया।
पावर हाउस का किया गया घेरावसौरभ ठाकुर
घटना की खबर जैसे ही गांव में फैली, पूरे इलाके में शोक और गुस्से का माहौल बन गया। बड़ी संख्या में ग्रामीण लामटी से पैदल मार्च करते हुए आईटीआई स्थित एमपीवीवीएन कार्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने पावर हाउस का घेराव किया और सड़क पर बैठकर चक्का जाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने बिजली विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और कहा कि यह दुर्घटना विभाग की लापरवाही का नतीजा है।
ग्रामीणों ने कहना है कि जिम्मेदार कर्मचारियों पर तत्काल निलंबन और आपराधिक कार्रवाई की जाए। मृतक सौरभ ठाकुर के परिवार को उचित मुआवजा (कम से कम ₹25 लाख) दिया जाए। गांव में बिजली की सभी लाइनें जांची जाएं और खराब या लटकते तारों को तत्काल सुधारा जाए। ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो, इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों की जवाबदेही तय हो।
प्रशासन के आश्वासन के बाद हटा जाम
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने ग्रामीणों से बातचीत की और कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि घटना की उच्च स्तरीय जांच करवाई जाएगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। इसके बाद ग्रामीणों ने चक्का जाम समाप्त किया, लेकिन चेतावनी भी दी कि यदि जल्द ठोस कदम नहीं उठाए गए तो अगली बार वे जिला मुख्यालय का घेराव करेंगे और बड़ा आंदोलन होगा।
जनता पूछ रही सवाल— कब जागेगा बिजली विभाग?
सौरभ ठाकुर की मौत ने एक बार फिर बिजली विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अगर समय रहते तार को ठीक कर दिया जाता, तो आज सौरभ जिंदा होता। अब सवाल ये है कि क्या विभाग जिम्मेदारी लेगा? क्या दोषियों को सजा मिलेगी? और क्या अब भी इंतजार किया जाएगा किसी और की जान जाने का?