दैनिक सांध्य बन्धु ।महबूबा से शादी करने और ससुरालवालों की ख्वाहिश पूरा करने के लिए एक युवक फर्जी ट्रैवलिंग टिकट एग्जामिनर (TTE) बन गया. यहीं नहीं वाराणसी के कैंट स्टेशन पर लोगों का टिकट भी काटने लगा. लेकिन थोड़ी सी चूक से सारा खेल बिगड़ गया. दूल्हा बनकर ससुराल जाने की बजाय युवक सलाखों के पीछे पहुंच गया. जीआरपी ने वाराणसी कैंट स्टेशन से आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
रीवा का रहने वाला है शातिरः वाराणसी के रेलवे राजकीय पुलिस (GRP) एवं रेलवे पुलिस फोर्स (RPF) द्वारा फर्जी टीटी आदर्श जयसवाल को गिरफ्तार किया है, जो मध्य प्रदेश के रीवा जिले के अतरैला का निवासी है. कैंट जीआरपी इंस्पेक्टर ने रजोल नागर ने बताया कि आदर्श जयसवाल बीटेक पास है और वह एक लड़की से प्यार करता था. लड़की के परिजनों का डिमांड था कि लड़का नौकरी होने वाला होना चाहिए.
साइबर कैफे से बनवाया आईकार्डः आदर्श जयसवाल ने लड़की के परिजनों की डिमांड पूरा करने के लिए अनोखा तरीका ढूंढा. उसने मध्य प्रदेश के एक जिले के साइबर कैफे से फर्जी TTE का फर्जी आईकार्ड बनवा लिया. इसके बाद वाराणसी कैंट स्टेशन पर फर्जी टीटीई बन गया. फर्जी रेलवे आईडी कार्ड, डुप्लीकेट टिकट तैयार कर कई रेलवे स्टेशनों, विशेष रूप से वाराणसी स्टेशन पर यात्रियों से टिकट चेकिंग के नाम पर पैसे वसूले का काम करने लगा. आरोपी की तलाशी के दौरान उसके पास से फर्जी आईडी कार्ड, रेलवे यूनिफॉर्म और कई नकली टिकट बरामद हुए हैं.महिला का फर्जी टिकट बनाने से फंसाः कैंट जीआरपी रजोल नागर ने बताया कि आदर्श जयसवाल ने 18 जून को एक ज्योति नाम की महिला को एक फर्जी टिकट बनाया था. जिस ट्रेन के कोच का टिकट बनाया था, वो कोच उस ट्रेन में नहीं था. इसके संबंध में ज्योति के भाई ने एप्लिकेशन देकर शिकायत दर्ज कराई गई थी. इसके बाद 26 जून को भी दिनेश नाम के एक व्यक्ति का फर्जी टिकट बनाया. जब उस व्यक्ति ने पीएनआर चेक किया तो फर्जी था. इसकी सूचना मिली तो उसको वेरिफाई कराया गया, जो फर्जी निकला.
जब व्यक्ति से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि मार्च 2025 में अपने ग्राम पटरेवा, जिला रीवा, मध्यप्रदेश से फर्जी आईडी साइबर कैफे से बनवाने की बात स्वीकार की है. इसके बाद से वो टीटीई बनकर लोगों को फर्जी टिकट काटना शुरू कर दिया था.