38 दिनों तक भक्तों की आस्था और शिव भक्ति से गूंजेगी घाटी, 3.31 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने कराया पंजीकरण
जम्मू।पवित्र अमरनाथ यात्रा 2025 का आगाज मंगलवार को जम्मू से पहले जत्थे की रवानगी के साथ हो गया। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भगवती नगर यात्री निवास से तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर 'हर-हर महादेव' और 'बम-बम भोले' के जयघोष से माहौल शिवमय हो गया। श्रद्धालु बुधवार सुबह बलटाल और पहलगाम के दोनों पारंपरिक मार्गों से बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए पवित्र गुफा की ओर प्रस्थान करेंगे।
38 दिनों तक चलने वाली यह यात्रा आधिकारिक रूप से 3 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन संपन्न होगी। जम्मू से रवाना हुआ यह पहला जत्था, श्रद्धा और भक्ति के साथ घाटी में शिवभक्तों की आस्था का प्रतिनिधित्व करता है।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जत्थे को रवाना करने से पूर्व विधिवत पूजा-अर्चना कर बाबा बर्फानी से प्रदेश और देशवासियों के लिए शांति, समृद्धि और सुख-शांति की कामना की। उन्होंने कहा, "अमरनाथ यात्रा केवल तीर्थ नहीं, आस्था और आध्यात्मिक ऊर्जा का महापर्व है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं।"
प्रशासन के अनुसार इस वर्ष अब तक 3 लाख 31 हजार से अधिक श्रद्धालु यात्रा के लिए पंजीकरण करा चुके हैं, जबकि बीते दो दिनों में 4 हजार टोकन वितरित किए जा चुके हैं। यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य, सुरक्षा, आवास और परिवहन की व्यवस्थाओं को लेकर सरकार ने इस बार विशेष सतर्कता बरती है।
गौरतलब है कि अमरनाथ यात्रा देश के सबसे कठिन लेकिन पवित्रतम तीर्थों में गिनी जाती है। वर्ष 2025 की यह यात्रा भी हजारों शिवभक्तों के लिए न केवल आस्था का प्रतीक है, बल्कि एक आध्यात्मिक अनुभूति का माध्यम भी बन रही है।
अगले 38 दिन घाटी गूंजेगी ‘बम-बम भोले’ के जयकारों से
श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखा जा रहा है। हर ओर से गूंजती 'बम-बम भोले' की स्वर लहरियों के बीच भक्तजन पवित्र गुफा में हिमशिवलिंग के दर्शन के लिए आगे बढ़ रहे हैं। देशभर से आ रहे श्रद्धालु अपने-अपने राज्यों के ध्वज और पारंपरिक वेशभूषा के साथ यात्रा को रंग-बिरंगा बना रहे हैं।