दैनिक सांध्य बन्धु (एजेंसी ) रीवा। साइबर अपराध की बढ़ती घटनाओं के बीच रीवा शहर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। लगातार ब्लैकमेलिंग और धमकियों से मानसिक रूप से टूट चुके 65 वर्षीय वृद्ध सरोज दुबे ने अपनी लाइसेंसी बंदूक से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि सरोज दुबे को कुछ अज्ञात साइबर ठगों ने अपने जाल में फंसाकर उनसे पैसे ऐंठे। पीड़ित ने दोस्तों और रिश्तेदारों से उधार लेकर करीब 37 हजार रुपए विभिन्न किश्तों में ठगों के बताए मोबाइल नंबर 8955504415 पर ट्रांसफर किए थे। बावजूद इसके, उनसे लगातार और पैसों की मांग की जाती रही। ठग खुद को कभी पुलिस अधिकारी, तो कभी बैंक कर्मचारी बताकर उन्हें व्हाट्सएप कॉल्स और मैसेज के जरिए डरा-धमका रहे थे।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, सरोज दुबे की पहली पत्नी का देहांत लगभग 15 वर्ष पहले हो गया था, जिसके बाद उन्होंने दूसरी शादी की थी। वह शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र में स्थित पुश्तैनी मकान में रहते थे। ठगों की धमकियों से परेशान सरोज दुबे अवसाद में आ गए थे। उनके करीबी रिश्तेदारों ने उन्हें पुलिस में शिकायत करने की सलाह भी दी, लेकिन मानसिक दबाव और भय के चलते वे ऐसा नहीं कर सके।
शुक्रवार को उन्होंने अपने घर में ही लाइसेंसी बंदूक से खुद को गोली मार ली। यह बंदूक उनके पिता स्व. मुन्नीलाल दुबे के नाम से थी, जो तहसीलदार पद से सेवानिवृत्त हुए थे। उनके निधन के बाद सरोज ने बंदूक को कानूनी प्रक्रिया के तहत अपने नाम करवा लिया था।
घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया और मर्ग कायम करते हुए जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि मोबाइल नंबर व अन्य डिजिटल साक्ष्यों के आधार पर साइबर सेल की मदद से आरोपियों की पहचान की जाएगी।