नई दिल्ली|राजधानी दिल्ली एक बार फिर रफ्तार और लापरवाही की बलि चढ़ गई। वसंत विहार इलाके में शनिवार देर रात करीब 1:45 बजे एक तेज रफ्तार ऑडी कार ने फुटपाथ पर सो रहे पांच मजदूरों को कुचल दिया। हादसे में सभी लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। कार चला रहा व्यक्ति नशे की हालत में था।
शराब के नशे में चूर था चालक
पुलिस के अनुसार, हादसे के तुरंत बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। सफेद रंग की ऑडी कार चला रहा आरोपी मौके से भागने की कोशिश में था, लेकिन स्थानीय लोगों की मदद से उसे पकड़ लिया गया। गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान 40 वर्षीय उत्सव शेखर के रूप में हुई है। मेडिकल जांच में साफ हुआ कि वह घटना के समय शराब के नशे में धुत था और कार से नियंत्रण खो बैठा।
पेट की आग के लिए दिल्ली आए, सड़क ही बन गई काल
हादसे का शिकार हुए सभी लोग राजस्थान के निवासी हैं। ये दिहाड़ी मजदूर परिवार वसंत विहार के शिवा कैंप के पास फुटपाथ पर सो रहे थे। घायलों की पहचान 40 वर्षीय लाधी, उनकी 8 वर्षीय बेटी बिमला, पति साबामी उर्फ चिरमा (45), 45 वर्षीय रामचंदर और उनकी पत्नी 35 वर्षीय नारायणी के रूप में हुई है। सभी को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
प्रशासन और सिस्टम पर फिर उठे सवाल
यह हादसा राजधानी की उस विडंबना को उजागर करता है जहां एक तरफ अमीरों की लापरवाह ड्राइविंग जानलेवा बन चुकी है, वहीं दूसरी ओर गरीब फुटपाथ पर भी चैन की नींद नहीं ले सकते। सवाल यह भी उठता है कि नशे में धुत लोगों को सड़कों पर बेलगाम वाहन चलाने की इजाजत आखिर कैसे मिल रही है?
पुलिस कर रही कार्रवाई, लेकिन क्या यह काफी है?
फिलहाल आरोपी उत्सव शेखर को हिरासत में ले लिया गया है और उसके खिलाफ लापरवाही, गैरइरादतन हत्या की कोशिश और नशे में वाहन चलाने की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। लेकिन यह घटना फिर से इस बात की गवाही देती है कि महज़ गिरफ्तारी भर से सड़कों का आतंक नहीं रुकेगा।