दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। शोभापुर और न्यू शोभापुर क्षेत्र में लंबे समय से आतंक का पर्याय बना कुख्यात बदमाश प्रवीण रजक आखिरकार पुलिस के शिकंजे में आ गया। बदमाश को गिरफ्तार करने के बाद रांझी पुलिस ने उसका जुलूस उसी इलाके में निकाला, जहां वह गुंडागर्दी और अवैध वसूली किया करता था। जुलूस के दौरान प्रवीण हाथ जोड़कर दुकानदारों और स्थानीय नागरिकों से माफी मांगता नजर आया और बार-बार कहता रहा अब अपराध नहीं करूंगा।
शिकायत के बाद पुलिस ने दिखाई तत्परता, घेराबंदी कर किया गिरफ्तार
रांझी थाना प्रभारी उमेश गोल्हानी ने बताया कि 6 जुलाई को प्रवीण रजक अपने साथी देबू अन्ना के साथ शोभापुर निवासी निशांत सिंह के दफ्तर में जबरन घुसा और पैसों की मांग करने लगा। निशांत द्वारा इनकार करने पर आरोपी ने वहां तोड़फोड़ और पथराव किया। मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने सक्रियता दिखाई और मुखबिर की सूचना पर बीती रात अंडरब्रिज के पास घेराबंदी कर प्रवीण को गिरफ्तार कर लिया। भागते वक्त आरोपी गिर गया, जिससे उसके हाथ में चोट आई। प्राथमिक इलाज के बाद उसे हिरासत में लिया गया।
वही रास्ता, वही गलियां... जहां मचाता था आतंक .. वहीं मांगी माफी
प्रवीण रजक की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसे उसी रास्ते से जुलूस में घुमाया, जहां वह लोगों को धमकाया करता था। इस दौरान उसका आत्मविश्वास पूरी तरह टूटा नजर आया। वह हाथ जोड़कर दुकानदारों और स्थानीय नागरिकों से माफी मांगता रहा। इस दृश्य को देखकर लोग हैरान रह गए। जिस शख्स से क्षेत्र के लोग खौफ खाते थे, वह अब गिड़गिड़ा रहा था।
बदनाम 'गुंडा टैक्स' वसूली से लेकर चाकूबाजी तक – ढाई दर्जन से अधिक मामले दर्ज
टीआई गोल्हानी के अनुसार, 25 वर्षीय प्रवीण रजक पर मारपीट, जबरन वसूली, शराबखोरी, राहगीरों से छीनाझपटी और चाकू की नोंक पर धमकाने जैसे कई गंभीर आरोप हैं। उसके खिलाफ ढाई दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं। लंबे समय से वह शोभापुर और न्यू शोभापुर क्षेत्र में गुंडा टैक्स वसूली और दहशत फैलाने के लिए कुख्यात रहा है। पुलिस के पहुंचने से पहले वह अक्सर फरार हो जाया करता था।
साथी अभी भी फरार, तलाश जारी
इस मामले में प्रवीण का साथी देबू अन्ना अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। उसकी तलाश में पुलिस की टीमें संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही हैं।