Jabalpur News: मनी लॉन्ड्रिंग का डर दिखाकर वृद्धा से 60 लाख की ठगी, आरोपी राजस्थान से गिरफ्तार

दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। साइबर ठगों के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि अब ये सीधे रिटायर्ड लोगों को निशाना बना रहे हैं। जबलपुर में एक 61 वर्षीय महिला से मनी लॉन्ड्रिंग में सिम का दुरुपयोग होने का डर दिखाकर करीब 59 लाख 65 हजार रुपये की ठगी करने वाले आरोपी को पुलिस ने राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया है।

पीड़िता श्रीमति शशि शर्मा, जिनके पति व्हीकल फैक्ट्री से असिस्टेंट वर्क्स मैनेजर के पद से रिटायर हैं, ने थाना अपराध में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। 10 जनवरी 2025 को उनके मोबाइल पर एक फोन आया, जिसमें बताया गया कि उनका सिम मनी लॉन्ड्रिंग में इस्तेमाल हो रहा है। आधार कार्ड से फर्जी एटीएम बनाए जाने की बात कहकर आरोपी ने भयभीत कर दिया।

आरोपी ने खुद को सरकारी अधिकारी बताकर कहा कि अगर वे तुरंत पैसे ट्रांसफर नहीं करेंगी तो उनके खिलाफ नेशनल सिक्योरिटी लॉ के तहत कार्रवाई होगी और गिरफ्तारी भी हो सकती है। इसी डर में आकर महिला और उनके पति ने एसबीआई कमला नेहरू नगर शाखा से क्रमशः –

2 लाख रुपये (10 जनवरी)

15 लाख रुपये (14 जनवरी)

32 लाख 65 हजार 876 रुपये (17 जनवरी)

9 लाख 98 हजार 523 रुपये (20 जनवरी)

आरटीजीएस के माध्यम से ट्रांसफर कर दिए।

पुलिस ने ऐसे पकड़ा आरोपी

मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक सम्पत उपाध्याय ने विशेष टीम गठित की। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (अपराध) आनंद कलादगी और डीएसपी (अपराध) उदयभान बागरी के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी अपराध शैलेष मिश्रा के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच और साइबर सेल की टीम सक्रिय हुई।

तकनीकी विश्लेषण और बैंक डिटेल्स के आधार पर आरोपी की लोकेशन जयपुर, राजस्थान में मिली। टीम ने तुरंत जयपुर पहुंचकर आरोपी मुकेश चौधरी पिता हेमराज चौधरी उम्र 24 वर्ष निवासी देवरी कला, थाना मरोठ, जिला नागौर, राजस्थान को गिरफ्तार कर लिया। उसके कब्जे से 2 मोबाइल फोन, 1 चेक बुक,1 बैंक एटीएम कार्ड जब्त किए गए। आरोपी को विधिवत जबलपुर लाकर गिरफ्तार किया गया।

इनकी रही महत्वपूर्ण भूमिका

आरोपी को पकड़ने में थाना प्रभारी अपराध शैलेष मिश्रा, निरीक्षक अरविंद आर्मो, उप निरीक्षक नीरज नेगी, प्रधान आरक्षक अमित पटेल और क्राइम ब्रांच के आरक्षक विनय ने अहम भूमिका निभाई।

पुलिस की अपील

पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि ऐसे किसी भी फोन कॉल पर भरोसा न करें। कोई भी सरकारी एजेंसी फोन करके पैसे ट्रांसफर करने को नहीं कहती। संदिग्ध कॉल आने पर तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करें।

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