दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। जिले के पीएमश्री शासकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सालीवाड़ा (गौर) में सोमवार को प्रबंधन एवं विकास समिति ने अनुशासनहीन छात्रों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की। 20 से अधिक विद्यार्थियों को एक माह के लिए स्कूल से निलंबित कर दिया गया है। आदेश मिलते ही अभिभावकों में नाराज़गी फैल गई और स्कूल परिसर में हंगामे की स्थिति बन गई।
क्या हैं आरोप?
प्राचार्य कार्यालय से जारी आदेश में स्पष्ट लिखा गया है कि कुछ विद्यार्थी कक्षाओं में न बैठकर परिसर में छुप-छुपकर घूमते रहते हैं, तंबाकू-गुटखा का सेवन कर परिसर को गंदा करते हैं और उनकी उपस्थिति भी अनियमित रहती है। इन बच्चों के पास से तंबाकू-गुटखा जैसी वस्तुएं शिक्षकों ने बरामद की हैं। प्रबंधन का कहना है कि उनकी हरकतों से विद्यालय की छवि धूमिल हो रही थी और अन्य विद्यार्थियों पर भी बुरा असर पड़ रहा था।
समिति का कठोर फैसला
प्रबंधन एवं विकास समिति की बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि ऐसे उदंड छात्रों को नियमित पढ़ाई में शामिल नहीं रखा जा सकता। प्रारंभिक प्रस्ताव यह था कि सभी को ट्रांसफर सर्टिफिकेट (टीसी) दे दी जाए, लेकिन बच्चों के भविष्य को देखते हुए समिति ने अंतिम निर्णय लिया कि उन्हें 14 अगस्त से 14 सितंबर 2025 तक एक माह के लिए निलंबित किया जाएगा। इसके अलावा प्रत्येक छात्र के अभिभावकों को 500 रुपए पेनल्टी भी जमा करनी होगी और निलंबन अवधि में वे तिमाही परीक्षा से वंचित रहेंगे।अभिभावकों का आक्रोश
इस कार्रवाई से अभिभावकों में आक्रोश फैल गया। उनका कहना है कि इतनी बड़ी सज़ा सुनाने से पहले उनसे किसी तरह की चर्चा तक नहीं की गई। अभिभावकों का आरोप है कि बच्चों की गलती सुधारने के लिए परामर्श और समझाइश दी जानी चाहिए थी, न कि सीधे निलंबन जैसा कठोर कदम।
शिक्षा विभाग का पक्ष
जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी का कहना है कि “बच्चों को अनुशासित करने के लिए कभी-कभी सख्ती भी आवश्यक होती है। अभिभावकों को भी स्कूल की व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करना चाहिए। हालांकि हम यह सुनिश्चित करेंगे कि बच्चों का शैक्षणिक नुकसान न हो।”