दैनिक सांध्य बन्धु इंदौर। कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी की बेटी आयशा की जमानत याचिका सेशन कोर्ट ने खारिज कर दी है। इंदौर पुलिस ने 28 जुलाई को उसे दिल्ली से गिरफ्तार किया था। आरोप है कि वह अपने फरार पिता अनवर कादरी उर्फ ‘डकैत’ की मदद कर रही थी। गिरफ्तारी के समय आयशा दिल्ली में अपने पिता के साथ थी, लेकिन पुलिस की दबिश के दौरान अनवर वहां से फरार हो गया और आयशा पकड़ी गई।
गिरफ्तारी के बाद कोर्ट ने उसे 5 अगस्त तक पुलिस रिमांड पर भेजा, जिसे आगे बढ़ाकर 6 दिन और कर दिया गया। 11 अगस्त को आयशा ने फिर से जमानत याचिका दाखिल की, जिसे 12 अगस्त को कोर्ट ने खारिज कर दिया।
हाल ही में अनवर कादरी पर ‘लव जिहाद’ मामले में फंडिंग के आरोप के चलते इनाम घोषित किया गया था। पुलिस ने महाराष्ट्र समेत कई ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन वह नहीं मिला। आयशा और अनवर की कॉल डिटेल में फर्जी सिम के जरिए बातचीत की जानकारी सामने आई थी।
पुलिस के मुताबिक, आयशा दिल्ली में अपने पिता की सुप्रीम कोर्ट में अग्रिम जमानत की तैयारी कर रही थी। दस्तावेज तैयार हो चुके थे और उन पर अनवर के हस्ताक्षर भी हो गए थे। इसी सुराग के आधार पर पुलिस दिल्ली पहुंची और आयशा को गिरफ्तार कर लिया।
परिवार का कहना है कि आयशा पेशे से वकील है और सिविल जज की तैयारी कर रही है। गिरफ्तारी कानूनी रूप से गलत है क्योंकि वह केवल जमानत की अर्जी तैयार कर रही थी। उसकी छोटी बहन, जो खुद वकालत की तैयारी कर रही है, को पुलिस ने छोड़ दिया था।