दैनिक सांध्य बन्धु भोपाल। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के चुनावों में वोट चोरी के आरोप के बाद कांग्रेस इस मुद्दे पर आक्रामक हो गई है। बुधवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय, भोपाल में एमपी कांग्रेस की पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक आयोजित हुई, जिसमें पार्टी के सभी विधायकों और विधानसभा चुनाव में हारे प्रत्याशियों को अपने-अपने क्षेत्रों से फर्जी वोटरों का डेटा जुटाने के निर्देश दिए गए।
बैठक में प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने कहा कि बीजेपी और चुनाव आयोग एक-दूसरे से अलग नहीं हैं। बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, दिग्विजय सिंह, संजय दत्त, फूल सिंह बरैया, बाला बच्चन, ओंकार सिंह मरकाम, एनपी प्रजापति, सुखदेव पांसे, अरुण यादव, विभा पटेल, सज्जन सिंह वर्मा, प्रवीण पाठक और नीटू सिकरवार सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
पार्टी ने निर्णय लिया है कि वोट चोरी के मुद्दे को व्यापक स्तर पर उठाया जाएगा। विधायकों और 2018 व 2023 के विधानसभा चुनाव में हारे प्रत्याशियों से कहा गया है कि वे अपने क्षेत्र में पाए गए फर्जी वोटरों की सूची और उससे जुड़े सबूत 10 दिन के भीतर भेजें।
विधायकों और प्रत्याशियों ने रिपोर्ट तैयार करने के लिए 10 दिन का समय मांगा है, जिसके बाद प्रदेश की सभी 230 विधानसभा क्षेत्रों की फर्जी वोटर लिस्ट का डाटा एमपी कांग्रेस के पास होगा।