दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। भ्रष्टाचार पर नकेल कसने के लिए लोकायुक्त की टीम लगातार सक्रिय है। इसी कड़ी में जबलपुर लोकायुक्त की टीम ने आज एक बड़ी कार्रवाई करते हुए सिहोरा के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस के पीछे रहने वाले पटवारी प्रवीण पटेल को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। आरोपी पटवारी किसान से पैतृक जमीन के बंटवारे का आदेश कंप्यूटर व बही पर दर्ज करने के एवज में छह हजार रुपए की मांग कर रहा था।
मिली जानकारी के अनुसार, तहसील मझौली जिला जबलपुर निवासी बिशाली पटेल ने लोकायुक्त अधीक्षक जबलपुर को लिखित शिकायत दी थी। शिकायत में बताया गया कि मझौली तहसीलदार द्वारा उसकी पैतृक जमीन के बंटवारे का आदेश पहले ही पारित किया जा चुका है। लेकिन संबंधित पटवारी प्रवीण पटेल आदेश को रिकार्ड (कंप्यूटर और बही) पर दर्ज करने के लिए रिश्वत की मांग कर रहा है।
शिकायत के आधार पर लोकायुक्त की टीम ने योजना बनाकर ट्रैप कार्रवाई की। तयशुदा स्थान पर जैसे ही पटवारी ने छह हजार रुपए रिश्वत की रकम ली, लोकायुक्त की टीम ने मौके पर दबिश देकर उसे रंगे हाथों धर दबोचा।
आरोपी पटवारी प्रवीण पटेल के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधित 2018) की धारा 7, 13 (1)(बी) और 13(2) के अंतर्गत प्रकरण दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
इस कार्रवाई में दल प्रभारी राहुल गजभिए, उमा कुशवाहा एवं निरीक्षक शशिकला विशेष रूप से शामिल रहे। लोकायुक्त की यह कार्रवाई न केवल जिले में चर्चित रही, बल्कि एक बार फिर यह संदेश भी दिया कि रिश्वतखोरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।