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| कृतिका जैन |
दमोह का मामला: आधार कार्ड और फोटो से रचा गया रिश्ता
दमोह के मूलचंद जैन ने उज्जैन और दमोह पुलिस को शिकायत दी कि उनके बेटे ऋषभ जैन से इस गैंग ने शादी कर लाखों की ठगी की। दलालों ने लड़की की फोटो और आधार कार्ड दिखाकर रिश्ता तय कराया।
11 जून 2025: जबलपुर के एक होटल में सगाई हुई, जहां 50,000 रुपए नकद दिए गए।
दो दिन बाद: दमोह में होटल के भीतर शादी करवाई गई।
शादी के बाद कृतिका दुल्हन बनकर ऋषभ के घर आ गई, लेकिन कुछ ही दिनों बाद उसने फरार होने की योजना बना ली।
कुंडलपुर दर्शन के बहाने फरार
23 जून को कृतिका ने ऋषभ से कुंडलपुर जाने का आग्रह किया। ऋषभ के पास 6 लाख रुपए नकद थे और कृतिका ने 5 तोला सोने के गहने पहन रखे थे। होटल से कमरे का इंतजाम करने लौटे ऋषभ ने पाया कि कृतिका कार से गायब हो गई।
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| ऋषभ और कृतिका |
मामले की शिकायत के बाद जब ऋषभ और उसका परिवार जबलपुर के संजीवनी नगर में कृतिका के किराए के घर पहुंचे तो मकान मालिक ने बताया कि वह रातों-रात घर खाली कर फरार हो गई है।
उज्जैन में ऐसे हुई गिरोह की गिरफ्तारी
उज्जैन पुलिस को हाल ही में एक प्रॉपर्टी ब्रोकर के अपहरण और फिरौती का मामला मिला। आरोपी युवती ने ब्रोकर को मिलने के बहाने बुलाया और उसके साथियों ने उसे अगवा कर 50 लाख की फिरौती मांगी। पुलिस ने लोकेशन ट्रेस कर कार का पीछा किया और शाजापुर के पास ब्रोकर को छुड़ा लिया। इसी दौरान कृतिका जैन सहित छह आरोपी गिरफ्तार किए गए।
प्रदेशभर में फैला नेटवर्क
गिरफ्तारी के बाद जब तस्वीरें सार्वजनिक हुईं तो दमोह, जबलपुर और शाजापुर सहित कई जिलों के पीड़ित सामने आए है। पीड़ितों का कहना है कि यह कोई छोटा-मोटा गिरोह नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में फैला ठगी रैकेट है।


