Jabalpur News: इतिहास में पहली बार आम सभा बुलाने की मांग, रादुविवि कर्मचारी संघ अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के हालात

दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के कर्मचारियों और पेंशनर्स द्वारा अपनी जायज़ मांगों को लेकर की गई 26 दिन की हड़ताल में कर्मचारियों और कार्यकारिणी को विश्वास में लिए बिना हड़ताल स्थगित करने का एकतरफा निर्णय लेना कर्मचारी संघ अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह पटेल के लिए भारी पड़ सकता है। विश्वविद्यालय में कार्यरत और सेवानिवृत दोनों वर्ग के कर्मचारी जहाँ अध्यक्ष के इस निर्णय से नाराज़ हैं, वहीं कर्मचारी संघ की कार्यकारिणी के प्रमुख पदाधिकारी जो अब तक अध्यक्ष के साथ रहे हैं वे भी इस निर्णय से ख़ुश नज़र नहीं आ रहे हैं।

कर्मचारियों ने संघ संविधान का हवाला देते हुए अध्यक्ष, महासचिव और कुलगुरू को सौंपे पत्र में अध्यक्ष के विरुद्ध अविश्वास जताते हुए अविश्वास प्रस्ताव के लिए आम सभा बुलाने की माँग की है। कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें अब बिल्कुल विश्वास नहीं है कि वीरेंद्र सिंह पटेल के रहते हुए उनका कोई काम हो पाएगा। उल्लेखनीय है कि रादुविवि कर्मचारी संघ के 57 वर्ष के इतिहास में यह पहला मौका है जब कर्मचारियों की अध्यक्ष के प्रति नाराज़गी इस हद तक बढ़ गई है कि उन्होंने अध्यक्ष को पद से हटाने तक की माँग की है।

क्या कहता है संघ संविधान

संघ संविधान की धारा 19 के अनुसार, संघ के किसी पदाधिकारी के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव संघ के सदस्यों के तीन चौथाई बहुमत जो गुप्त मतदान द्वारा किया जायेगा, संभव हो सकेगा। इसके लिए कम से कम 20 प्रतिशत सदस्यों द्वारा अध्यक्ष को सूचना देना अनिवार्य है, सूचना प्राप्ति के 7 दिन के अंदर संघ की आमसभा की बैठक करेगा, जिसमें प्रस्ताव पर निर्णय लिया जायेगा।

विश्वविद्यालय में अब यह चर्चा जोरों पर है कि अविश्वास प्रस्ताव की आमसभा में अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह पटेल अध्यक्ष पद पर बने रहने के लिए क्या ज़रूरी 25 प्रतिशत कर्मचारियों को मनाने में सफल हो पाएंगे, यह देखने वाली बात होगी।

Post a Comment

Previous Post Next Post