दैनिक सांध्य बन्धु पटना (एजेंसी)। बिहार की सियासत में सीट शेयरिंग को लेकर एनडीए के भीतर खींचतान तेज हो गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 9 सीटों के बंटवारे से नाराज बताए जा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, उन्होंने इस मुद्दे पर बीजेपी नेताओं को मुख्यमंत्री आवास बुलाया है, जहां आज आपात बैठक बुलाई गई है। बताया जा रहा है कि आज शाम एनडीए की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस भी हो सकती है।
जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने कहा कि नीतीश कुमार पूरी तरह खुश हैं, लेकिन अंदरखाने स्थिति कुछ और ही बयां कर रही है। माना जा रहा है कि विवाद को शांत करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह खुद आज पटना आ सकते हैं, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
इसी बीच टिकट बंटवारे में राय नहीं लेने से नाराज जदयू के भागलपुर सांसद अजय मंडल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपना इस्तीफा भेज दिया है। अजय मंडल ने लिखा कि विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों की सूची तय करते समय उनकी राय नहीं ली गई, जबकि 2019 में उनके सुझाए उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की थी। उन्होंने कहा कि उन्हें मिलने तक नहीं दिया जा रहा है।
तनाव के बीच एनडीए नेताओं ने सोशल मीडिया पर एक जैसी पोस्ट शेयर की है, जिसमें लिखा है कि “एनडीए दलों में सीट संख्या का विषय सौहार्दपूर्ण बातचीत में पूरा हो चुका है। कौन दल किस सीट पर लड़ेगा, यह चर्चा भी सकारात्मक बातचीत के साथ अंतिम दौर में है।” यह पोस्ट डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, मंत्री नितिन नवीन, लोजपा (आर) प्रमुख चिराग पासवान और उपेंद्र कुशवाहा ने साझा की है, हालांकि जदयू और ‘हम’ पार्टी के नेताओं ने इस पर चुप्पी साध रखी है।
सोनबरसा और राजगीर सीट को लेकर जदयू और लोजपा (आर) में टकराव खुलकर सामने आ गया है। सोनबरसा से जदयू विधायक रत्नेश सदा को पार्टी ने दोबारा टिकट दिया है, जबकि यह सीट एनडीए की साझा सूची में पहले लोजपा (आर) के खाते में बताई जा रही थी। सोमवार को नीतीश कुमार ने खुद रत्नेश सदा को पार्टी का सिंबल देकर यह साफ कर दिया कि जदयू अपने फैसलों पर कायम है।
इधर, टिकट कटने की आशंका से नाराज जदयू विधायक गोपाल मंडल समर्थकों के साथ मुख्यमंत्री आवास के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। उनका कहना है कि पार्टी में कुछ लोग उन्हें बेवजह बेटिकट कराने की साजिश कर रहे हैं।
इस बीच बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने तारापुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा की है। वे 16 अक्टूबर को नामांकन दाखिल करेंगे। उनके नामांकन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित कई बड़े नेता शामिल हो सकते हैं। सम्राट चौधरी के भाई रोहित चौधरी ने बताया कि नामांकन के दौरान लगभग 15 हजार समर्थक मौजूद रहेंगे और इसके लिए पूरी तैयारियां की जा चुकी हैं।