दिल्ली ब्लास्ट केस में NIA की बड़ी कार्रवाई: आतंकी उमर का साथी आमिर राशिद अली गिरफ्तार, कार उसी के नाम पर रजिस्टर्ड

दैनिक सांध्य बन्धु (एजेंसी) नई दिल्ली। दिल्ली में 10 नवंबर को सुभाष मार्ग सिग्नल पर हुए भीषण ब्लास्ट की जांच में NIA ने रविवार को बड़ी सफलता हासिल की। एजेंसी ने धमाके में इस्तेमाल हुई कार के मालिक आमिर राशिद अली को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। आमिर, आतंकी डॉ. उमर नबी का करीबी बताया जा रहा है और दोनों ने मिलकर इस हमले की साजिश रची थी। जानकारी के अनुसार, ब्लास्ट में उपयोग की गई i20 कार आमिर के नाम पर ही रजिस्टर्ड थी।

व्हाइट-कॉलर मॉड्यूल पिछले साल से खोज रहा था सुसाइड बॉम्बर

जांच में खुलासा हुआ कि जम्मू-कश्मीर पुलिस ने उमर से जुड़े कई लोगों को हिरासत में लिया है। यह नेटवर्क डॉक्टरों और हाई-प्रोफाइल लोगों से बना व्हाइट-कॉलर मॉड्यूल था, जो पिछले साल से एक सुसाइड बॉम्बर की तलाश में जुटा था। इस काम की जिम्मेदारी उमर को दी गई थी।

काजीगुंड का जसीर बोला—उमर महीनों समझाता रहा, पर मैंने इनकार कर दिया

हिरासत में लिए गए काजीगुंड निवासी जसीर उर्फ दानिश ने बताया कि उसकी मुलाकात अक्टूबर 2023 में कुलगाम की एक मस्जिद में मॉड्यूल से हुई थी। इसके बाद उसे फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी के पास किराए के कमरे में रखा गया।

मॉड्यूल उसे ओवरग्राउंड वर्कर बनाना चाहता था, जबकि उमर लगातार उसे सुसाइड बॉम्बर बनने के लिए दबाव डालता रहा। जसीर ने आर्थिक तंगी और इस्लाम में आत्महत्या हराम होने की बात कहते हुए यह काम करने से इनकार कर दिया।

सुसाइड बॉम्बर नहीं मिलने पर खुद उमर बना हमलावर

जब मॉड्यूल को सुसाइड बॉम्बर नहीं मिला, तो आतंकी डॉ. उमर नबी ने खुद को आत्मघाती हमलावर के रूप में तैयार किया और इसी योजना के तहत दिल्ली ब्लास्ट को अंजाम दिया।

13 की मौत, 20 से ज्यादा घायल

10 नवंबर को हुए इस ब्लास्ट में 13 लोगों की मौत हो गई थी। 20 से ज्यादा लोग घायल हैं, जिनमें से 3 की हालत अभी भी गंभीर बताई जा रही है।

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