गांधी प्रतिमा के नीचे मिले हजारों चूहों के बिल: अब शास्त्री ब्रिज के साथ रीगल तिराहे पर भी होगा ट्रीटमेंट, नगर निगम ने एक्सपर्ट टीम तैनात की

दैनिक सांध्य बन्धु इंदौर। शहर के दिल कहे जाने वाले रीगल तिराहे पर स्थित गांधी प्रतिमा के नीचे चूहों के हजारों बिल मिलने से हड़कंप मच गया है। नगर निगम ने इसे गंभीर मामला मानते हुए अब शास्त्री ब्रिज और रीगल तिराहा—दोनों जगहों पर चूहों का ट्रीटमेंट कराने का निर्णय लिया है। विशेषज्ञों की टीम गुरुवार को मौके पर जाकर जांच करेगी।

जनकार्य प्रभारी राजेंद्र राठौर ने बताया कि रीगल तिराहे के निरीक्षण में गांधी प्रतिमा के नीचे कई बिल और बड़ी संख्या में मरे हुए चूहे मिले हैं। उन्होंने कहा—“यह स्थिति समय रहते नहीं सुधारी गई तो बड़ा हादसा हो सकता है। इसलिए एक्सपर्ट टीम से परीक्षण और ट्रीटमेंट की तैयारी शुरू कर दी गई है।”

शास्त्री ब्रिज पर धंसी थी सड़क, अब वहां भी ‘चूहा ट्रीटमेंट’

2 नवंबर को शास्त्री ब्रिज की रोड अचानक धंस जाने से करीब 5 फीट गहरा और 6 फीट लंबा गड्ढा बन गया था। जांच में पाया गया कि सड़क के नीचे चूहों के बिलों ने मिट्टी को खोखला कर दिया था। नगर निगम ने वहां अस्थायी रूप से दीवार बनाकर भराई तो कर दी, लेकिन अब स्थायी समाधान के लिए ब्रिज के नीचे चूहों का ट्रीटमेंट कराया जाएगा।

गांधी प्रतिमा परिसर में भी खतरे के संकेत

रीगल तिराहे पर लोग रोजाना पक्षियों को दाना डालते हैं, जिसके चलते चूहों की संख्या बढ़ती जा रही है। नगर निगम ने यहां की मिट्टी की स्थिति और बिलों की गहराई का सर्वे कराने का निर्णय लिया है। अगर जरूरत पड़ी, तो यहां भी ब्रिज जैसी मरम्मत और इंजीनियरिंग ट्रीटमेंट किया जाएगा।

एमवाय अस्पताल में भी चूहों का आतंक

गौरतलब है कि सितंबर में एमवाय अस्पताल में चूहों ने दो नवजात बच्चों की उंगलियां कुतर दी थीं। इसके बाद से ही नगर निगम शहर में चूहों के प्रकोप पर निगरानी बढ़ा चुका है।

निगम का एक्शन प्लान

जनकार्य प्रभारी राजेंद्र राठौर ने कहा शहर में जहां-जहां चूहों के बिल और नुकसान की शिकायतें मिल रही हैं, वहां विशेषज्ञ टीम के जरिए ट्रीटमेंट कराया जाएगा। रीगल तिराहे और शास्त्री ब्रिज को प्राथमिकता में रखा गया है।”

इंदौर की धरती के नीचे अब ‘चूहों का नेटवर्क’ प्रशासन के लिए नई चुनौती बन गया है। अगर समय रहते इसे नियंत्रित नहीं किया गया, तो अगली बार सड़क या प्रतिमा परिसर में किसी बड़े हादसे की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता।

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