Jabalpur News: किराए के मकान में चंगाई सभा के नाम पर धर्मांतरण का आरोप, हिंदू संगठनों का दावा—आदिवासियों को लालच देकर कराया जा रहा था धर्म परिवर्तन

दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। कुंडम थाना क्षेत्र अंतर्गत कुंडम बस्ती में कथित धर्मांतरण का मामला सामने आया है। हिंदू संगठनों ने आरोप लगाया है कि एक किराए के मकान में पति-पत्नी द्वारा चंगाई सभा के नाम पर आदिवासियों को बहला-फुसलाकर ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा था। इस संबंध में संगठनों ने 9 मिनट का वीडियो जारी कर गंभीर आरोप लगाए हैं।

हंगामे के बाद पुलिस तक पहुंचा मामला

बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को मौके पर पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया। संगठनों का कहना है कि लंबे समय से कुंडेश्वर तहसील क्षेत्र में चंगाई सभा के माध्यम से धर्मांतरण की गतिविधियां चल रही थीं, जिसकी सूचना उन्हें मिली थी।

कार्यकर्ताओं का आरोप है कि आदिवासी बहुल क्षेत्र में इलाज और अन्य लालच देकर भोले-भाले गरीब लोगों को क्रिश्चियन कम्युनिटी में शामिल कराया जा रहा था। जब संगठन के लोग मौके पर पहुंचे, तो सभा में मौजूद लोग घर से बाहर निकलकर भागने लगे।

कमरे में जाकर की गई पूछताछ

हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने कमरे के अंदर जाकर दंपती से सवाल-जवाब किए। उनका दावा है कि उस समय अंदर सभा चल रही थी। इसके बाद विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने कथित रूप से धर्मांतरण में शामिल लोगों की सूची तैयार कर थाना कुंडेश्वर में एफआईआर दर्ज कराई।

पुलिस पर देरी का आरोप

संगठनों का कहना है कि शुरुआत में पुलिस ने सहयोग नहीं किया, लेकिन भारी विरोध के बाद कार्रवाई की गई। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाएं सामने आईं तो वे मिलकर इसका कड़ा विरोध करेंगे और चंगाई सभा के नाम पर धर्म परिवर्तन के प्रयासों को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

दंपती का पक्ष—जबरदस्ती का आरोप गलत

वहीं, आरोपों पर दंपती राजेंद्र और दीपा ने सफाई दी है। उनका कहना है कि उन्होंने किसी को जबरदस्ती नहीं बुलाया। सभी लोग अपनी मर्जी से आए थे और यहां किसी तरह का धर्मांतरण नहीं कराया जा रहा था। यह केवल एक प्रार्थना सभा थी।

मामले में पुलिस जांच जारी है।

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