मोनू हत्याकांड का खुलासा: बेटे को बचाने में पिता ने दे दी जान, आरोपी अमन ने पुलिस को गुमराह करने रची थी साजिश

दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। मोनू चक्रवर्ती हत्याकांड में गढ़ा पुलिस ने बड़ा खुलासा कर दिया है। शुक्रवार को पुलिस ने 2 नाबालिग सहित 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर जुलूस निकालकर वारदात स्थल पर ले जाकर घटना का रीक्रिएशन कराया। जांच में सामने आया कि आरोपी अमन चक्रवर्ती ने न सिर्फ मोनू की चाकू मारकर हत्या की, बल्कि घटना के बाद पुलिस को गुमराह करने के लिए अपने ही साथी को चाकू मारकर काउंटर केस का प्लान तैयार किया था। इस चालाकी का मकसद मोनू के दोनों बेटों को फंसाकर कोर्ट में लाभ लेना था, लेकिन पुलिस की बारीक जांच ने पूरे मामले की परतें खोल दीं।

ये है पूरा मामला

गोरखपुर निवासी मोनू चक्रवर्ती शक्ति नगर कॉलोनी में चाइनीज फूड का ठेला लगाकर जीवनयापन करते थे। 7 दिसंबर की रात करीब 11:30 बजे वे अपने बेटे नितिन के साथ दुकान समेट रहे थे। इसी दौरान आदतन बदमाश अमन चक्रवर्ती अपने साथी रोहित झारिया, आकाश रजक और दो नाबालिगों के साथ पहुंचा।
पुराने विवाद को लेकर गाली-गलौज शुरू कर दी। नितिन ने बीच-बचाव किया तो आरोपियों ने उससे मारपीट शुरू कर दी।

बेटे को पिटता देख मोनू ने लाठी उठाकर आरोपियों की ओर दौड़ लगाई, लेकिन पांचों ने मिलकर उन्हें घेर लिया। मुख्य आरोपी अमन ने मोनू के सीने में ताबड़तोड़ 4 बार चाकू से वार किए। मोनू की मौके पर ही मृत्यु हो गई। पिता को बचाने आए बेटे के सामने ही अमन ने खौफनाक वारदात अंजाम दे दी।

पुलिस को गुमराह करने की साजिश: साथी को ही चाकू मार दिया


हत्या के बाद अमन अपने साथियों के साथ गोरखपुर भागा। इसी दौरान उसने अपने साथी रोहित झारिया को कमर में चाकू मारकर घायल किया और कहा—
“मोनू के दोनों बेटों का नाम लेना, काउंटर केस बनेगा, कोर्ट में फायदा मिलेगा।”

रात 2 बजे रोहित खून से लथपथ हालत में मेडिकल कॉलेज पहुंचा और पुलिस को बताया कि मोनू के बेटे वीरू और नितिन ने उसे मारा है।
लेकिन पुलिस की सूझबूझ ने मामले का सच सामने ला दिया।

छोटे एंगल ने खोल दी साजिश

टीआई की जांच में कई तथ्य संदिग्ध लगे—

रोहित के घायल होने का समय और अस्पताल पहुंचने में दो घंटे का अंतर

घटनास्थल से मेडिकल कॉलेज की दूरी बेहद कम

मोनू के बेटों की मोबाइल लोकेशन घटना के समय मौके पर नहीं थी

दोनों भाई घटना के बाद पिता के साथ ही थे


इन तथ्यों ने पुलिस को साजिश का अंदाजा दिलाया। जब सभी आंगलों की जांच की गई तो सच्चाई सामने आ गई और दो निर्दोष बेटों पर फंसने का खतरा टल गया।

आरोपियों का पुलिस ने निकला जुलूस 

गढ़ा पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर शुक्रवार को वारदात स्थल पर जुलूस निकालकर ले जाया।
मुख्य आरोपी अमन आदतन अपराधी है, और हाल ही में जेल से छूटकर आया था। उसके खिलाफ गढ़ा और अन्य थानों में कई गंभीर केस दर्ज हैं।

पुलिस ने अमन चक्रवर्ती, रोहित झारिया, आकाश रजक और दो नाबालिगों को गिरफ्तार किया है।
अमन द्वारा रोहित को चाकू मारने के मामले में गोरखपुर थाना पुलिस ने भी हत्या के प्रयास का केस दर्ज किया है।

5 दिन पुराना विवाद बना जानलेवा

घटना से 5 दिन पहले अमन का मोनू से झगड़ा हुआ था। उसने ठेले में तोड़फोड़ की थी। जब मोनू ने हर्जाना मांगा तो अमन ने धमकी दी और वहां से भाग गया।
पुलिस के अनुसार, इसी रंजिश को लेकर अमन ने अपने साथियों के साथ मिलकर आधी रात में मोनू की हत्या कर दी।

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