ग्वालियर में सनसनी: पॉक्सो आरोपी 26 वर्षीय इंजीनियर ने जहर खाकर की आत्महत्या, परिजनों ने लगाए 60 लाख की ब्लैकमेलिंग के आरोप

दैनिक सांध्य बन्धु ग्वालियर। ग्वालियर के गोला का मंदिर क्षेत्र में शनिवार सुबह एक सनसनीखेज घटना सामने आई, जहां 26 वर्षीय इंजीनियर लवजीत सिंह राणा ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। लवजीत पर डबरा में 3 साल (2 वर्ष 11 माह) की बच्ची से दुष्कर्म का आरोप था और उसके खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज था।

मृतक के परिजनों का आरोप है कि बच्ची की मां ने झूठा केस दर्ज कराया था और मामले में राजीनामा करने के बदले 60 लाख रुपए की मांग की जा रही थी। परिजनों के अनुसार, वे पहले ही 30 लाख रुपए दे चुके थे, लेकिन इसके बाद भी लगातार 30 लाख रुपए और देने का दबाव बनाया जा रहा था। इसी ब्लैकमेलिंग और मानसिक तनाव से परेशान होकर लवजीत ने आत्मघाती कदम उठा लिया। परिजनों ने बच्ची की ओर से केस लड़ रहे वकील पर भी धमकाने और पैसों के लिए दबाव बनाने के गंभीर आरोप लगाए हैं।

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम कराया। पुलिस के मुताबिक, यह मामला गोला का मंदिर थाना क्षेत्र का है। शनिवार सुबह लवजीत के अचेत अवस्था में मिलने के बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

परिजनों ने बताया कि दुष्कर्म के आरोप लगने के बाद लवजीत की गुरुग्राम स्थित मल्टीनेशनल कंपनी की नौकरी छूट गई थी। वह लंबे समय से डिप्रेशन में था, जिसके चलते डबरा छोड़कर ग्वालियर की पुरुषोत्तम विहार कॉलोनी में अपने चाचा के यहां रह रहा था। शुक्रवार रात उसने जहर खा लिया।

जानकारी के अनुसार, डबरा के रामगढ़ निवासी लव उर्फ लवजीत सिंह राणा ने बीटेक की पढ़ाई की थी। अप्रैल 2025 में वह छुट्टी पर घर आया था। इसी दौरान वह डबरा में अपने दोस्त आकाश से मिलने गया था। वहां आकाश के घर की किरायेदार महिला ने डबरा सिटी थाने में अपनी 2 साल 11 माह की बच्ची से दुष्कर्म की एफआईआर दर्ज कराई थी। महिला का आरोप था कि 22 अप्रैल को दोपहर करीब 12:30 बजे लवजीत और आकाश बच्ची को कार में घुमाने के बहाने ले गए और करीब एक घंटे बाद लौटे। लौटने पर बच्ची डरी-सहमी थी और उसने गंदी हरकत की बात कही, साथ ही बच्ची के प्राइवेट पार्ट पर चोट के निशान होने का भी आरोप लगाया गया था।

मृतक के चाचा विपिन राणा ने कहा कि पूरे मामले में साजिश के तहत पॉक्सो एक्ट की एफआईआर दर्ज कराई गई और बाद में राजीनामे के नाम पर मोटी रकम की मांग की जाती रही। पैसों की लगातार मांग और मानसिक दबाव ने लवजीत को पूरी तरह तोड़ दिया।

उल्लेखनीय है कि लवजीत पढ़ाई में शुरू से ही मेधावी रहा था। उसने दसवीं और बारहवीं की परीक्षा में डबरा में टॉप किया था। इसके बाद उसने इंदौर के आईपीएस इंस्टिट्यूट से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की और गुरुग्राम में एक मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी कर रहा था।

फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। आत्महत्या के कारणों, ब्लैकमेलिंग के आरोपों और पैसों के लेन-देन की भी पड़ताल की जा रही है।

Post a Comment

Previous Post Next Post