दैनिक सांध्य बन्धु । दिल्ली की राजनीति में एक नया मोड़ आया है जब दिल्ली पुलिस की टीम फोरेंसिक विशेषज्ञों के साथ मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर पहुंची। यह कार्रवाई आप की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के साथ सीएम आवास में हुई कथित मारपीट के बाद की गई है। पुलिस टीम और फोरेंसिक विशेषज्ञ इस घटना से जुड़े साक्ष्य इकट्ठा कर रहे हैं, जिसमें सीसीटीवी फुटेज की जांच भी शामिल हो सकती है।
स्वाति मालीवाल ने शुक्रवार को तीस हजारी अदालत में अपना बयान दर्ज कराया, जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री केजरीवाल के आधिकारिक आवास पर हुए कथित हमले की जानकारी दी। मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट कात्यायनी शर्मा कंडवाल ने मालीवाल का बयान रिकॉर्ड किया। स्वाति मालीवाल ने अपनी शिकायत में कहा कि जब वह मुख्यमंत्री आवास के ड्राइंग रूम में इंतजार कर रही थीं, तब उनके निजी सचिव विभव कुमार ने बिना किसी उकसावे के उन्हें थप्पड़ मारा और पेट पर मुक्के मारे।
मालीवाल के बयान के बाद, दिल्ली पुलिस ने गुरुवार देर रात आईपीसी की धारा 323, 354, 506, और 509 के तहत एफआईआर दर्ज की। इसके बाद मालीवाल की एम्स में मेडिकल जांच भी कराई गई।
घटना के एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें स्वाति मालीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री के आवास में बैठी हुई दिखाई दे रही हैं और उनकी सीएम केजरीवाल के सहयोगी के साथ नोकझोंक भी सुनी जा सकती है। वीडियो में मालीवाल कहती हैं, "आज मैं इन सब लोगों को बताऊंगी। मैं पहले एसएचओ सिविल लाइंस से बात करूंगी। नहीं... अब जो होगा, अंदर ही होगा, जो करना है करो... तुम्हारी नौकरी भी खाऊंगी, अगर मुझे टच किया।"
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए फोरेंसिक टीम द्वारा सबूतों की जांच और सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा महत्वपूर्ण हो सकती है। पुलिस और फोरेंसिक टीम की इस कार्रवाई से घटना के वास्तविक तथ्यों का पता चलने की उम्मीद है।