दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। विधवा महिला ने दोबारा विवाह के लिए ऑनलाइन मैरिज वेबसाइट पर प्रोफाइल बनाई थी। कुछ समय बाद उसे विनय राजपूत नामक व्यक्ति का संदेश मिला, जो शादी करने का इच्छुक था। विनय ने खुद को बैंक का बड़ा अधिकारी बताया और अन्य नामों जैसे फिरदौस और प्रखर सिंह से भी आईडी बना रखी थी।
विनय जबलपुर आकर महिला को अपने रिश्तेदारों से मिलवाने के बहाने मुंबई ले गया। वहां कुछ दिन घुमाने के बाद वह उसे सूरत ले गया और एक होटल में ठहराया। उसने महिला के जेवरात होटल के लॉकर में रखवा दिए और उसे ब्यूटी पार्लर छोड़कर अपनी बहन से मिलने का बहाना बनाया।
विनय महिला के जेवरात और अन्य जरूरी सामान लेकर गायब हो गया। महिला ने ब्यूटी पार्लर में देर शाम तक विनय का इंतजार किया, पर जब वह नहीं आया तो मायूस होकर वापस होटल गई। वहां पहुंचकर जब उसने होटल के लॉकर को देखा तो वह खाली था। महिला के साथ 8 लाख रुपये की ठगी हो चुकी थी।
गुलाबी गैंग की कमांडर पूर्णिमा वर्मा ने की मदद
महिला ने सूरत पुलिस से शिकायत की और फिर फेसबुक के जरिए गुलाबी गैंग की कमांडर पूर्णिमा वर्मा से मदद मांगी। पूर्णिमा वर्मा ने महिला को सुरक्षित जबलपुर पहुंचाया और वहां पहुंचकर पुलिस को सूचित किया।
पुलिस अधीक्षक को हटाने की मांग
गुलाबी गैंग की पूर्णिमा वर्मा ने जबलपुर पुलिस अधीक्षक को हटाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि नए कानून के तहत व्हाट्सएप पर शिकायत भेजने के बाद भी पीड़िता को इंसाफ क्यों नहीं मिला है।
व्हाट्सएप पर शिकायत दर्ज करने के नए कानून
भारतीय नागरिक न्याय संहिता 2023 की धारा 173 के तहत कोई भी पीड़ित व्हाट्सएप या अन्य इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से शिकायत दर्ज कर सकता है। इसके लिए हेल्पलाइन नंबर 8800001915 पर संदेश भेजा जा सकता है। शिकायत दर्ज न होने पर पुलिस अधीक्षक को तीन दिनों में संज्ञान लेना होता है।
अगर चार दिन बीतने के बाद भी कार्रवाई नहीं होती है तो इसे कानून का उल्लंघन माना जाएगा। इस मामले में उचित कार्रवाई न होने के कारण जबलपुर पुलिस अधीक्षक को हटाने की मांग की गई है।