सुसाइड नोट में कई बार सॉरी लिखा
विनायक के कमरे से मिले सुसाइड नोट में उसने लिखा, "मौत एक सच्चाई है, जिसे हम सभी को स्वीकारना होगा। सभी का जीवन उज्ज्वल हो, सेहत ही संपत्ति है।" उसने ईश्वर से माफी मांगते हुए कई बार 'सॉरी' लिखा और कहा कि वह सामान्य बच्चा नहीं है। विनायक के रूममेट्स के अनुसार, वह डिप्रेशन में था और गणेश चतुर्थी के बाद से बार-बार कह रहा था कि 'गणेशजी चले गए, अब वह भी जाएगा।'
बहन के साथ ही रहता था हॉस्टल में
विनायक नीलगिरी प्राइवेट हॉस्टल में रहता था और उसकी बहन सिमरन भी उसी बिल्डिंग के एक अन्य फ्लोर पर रहती थी। घटना की जानकारी मिलने पर बहन सिमरन भी उसी बिल्डिंग के एक अन्य फ्लोर पर रहती थी। घटना की जानकारी मिलने पर बहन और परिचितों ने उसे अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।