दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। 35 हजार रुपये महीने की सैलरी पाने वाला बैंक मैनेजर अनुभव दुबे, जबलपुर में 'स्पेशल 9' गैंग बनाकर फर्जी रजिस्ट्री घोटाले का मास्टरमाइंड निकला। दुबे ने दो साल में एक-एक करोड़ रुपये के दो फ्लैट और 4 लग्जरी गाड़ियां खरीदीं। उसके पास परिवार के नाम पर बेनामी संपत्तियां भी हैं।
स्पेशल 9 गैंग का खुलासा: 60 से ज्यादा फर्जी रजिस्ट्रियां बरामद
एमपी एसटीएफ की जांच के मुताबिक, 'स्पेशल 9' गैंग में 9 लोग शामिल थे, जो फर्जी रजिस्ट्री के जरिए बैंकों से लोन लेते थे। गैंग के पास से 60 से ज्यादा फर्जी रजिस्ट्रियां, आधार कार्ड, पैन कार्ड और सीलें बरामद की गई हैं। सभी आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं।
फर्जी दस्तावेजों पर लोन लेकर बनाई संपत्ति
गैंग के सदस्य प्रवीण पांडे ने विभिन्न बैंकों में फर्जी नामों से खाते खुलवाए और फर्जी रजिस्ट्रियों के आधार पर लोन लिए। अनुभव दुबे ने एक्सिस बैंक में प्लानिंग मैनेजर के पद पर रहते हुए इस घोटाले को अंजाम दिया। उसने अपनी काली कमाई पत्नी और रिश्तेदारों के खातों में ट्रांसफर कर दी, जिससे संपत्तियां खरीदी गईं।
विदेश यात्राओं और लग्जरी जीवनशैली का शौक
अनुभव दुबे ने 2022 में जबलपुर में लव मैरिज की थी और शादी के बाद से हर छह महीने में विदेश घूमने जाता था। दुबे और उसकी पत्नी को लग्जरी गाड़ियों का भी शौक था। एसटीएफ ने उससे 4 लग्जरी गाड़ियां जब्त की हैं।
मृतकों के नाम पर भी लिया लोन
गैंग का एक अन्य सदस्य, राजेश डेहरिया, मृत लोगों के नाम पर फर्जी प्रमाण पत्र बनाकर जमीन और लोन का घोटाला करता था। उसने प्रमोद शर्मा का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार कर जमीन पर कब्जा कर लिया और लोन लिया।
एसटीएफ के डीएसपी संतोष तिवारी के अनुसार, गैंग के 9 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं और 60 से अधिक फर्जी रजिस्ट्रियों का खुलासा हुआ है। गैंग में 10 से 15 सदस्य हो सकते हैं, जिनकी जांच जारी है।