दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। मध्यप्रदेश का प्रसिद्ध मिल्क ब्रांड सांची जल्द ही गुजरात की अमूल कंपनी द्वारा टेकओवर किया जा सकता है, जिस पर राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने कड़ी आपत्ति जताई है। तन्खा ने आरोप लगाया है कि यह पूरी प्रक्रिया "पीछे के दरवाजे" से की जा रही है और इससे यह संकेत मिलता है कि मध्य प्रदेश सरकार गुजरात के सामने घुटने टेक रही है।
सांची ब्रांड की महत्ता और अमूल की पहल
विवेक तन्खा ने कहा कि सांची एक सफल और विश्वसनीय मिल्क ब्रांड है जिसे मध्य प्रदेश की जनता की पूरी समर्थन प्राप्त है। अमूल द्वारा सांची को टेकओवर करने की कोशिशें पहले से की जा रही हैं। तन्खा ने सवाल उठाया कि गुजरात की अमूल कंपनी को मध्य प्रदेश के सांची ब्रांड पर नजर क्यों है, और इस कदम को प्रदेश की अस्मिता पर हमला मानते हुए इसका विरोध किया।
कर्नाटक के अनुभव की तुलना
तन्खा ने गुजरात सरकार द्वारा कर्नाटक में नंदिनी ब्रांड के टेकओवर प्रयास की याद दिलाई, जिसे कर्नाटक में एक बड़ा मुद्दा बनाया गया था। कर्नाटक में भाजपा नेताओं ने भी नंदिनी ब्रांड के टेकओवर का विरोध किया था और तिरुपति बालाजी मंदिर में अमूल के घी की चढ़ाई को रोकने की मांग की थी।
मध्य प्रदेश सरकार की भूमिका पर सवाल
विवेक तन्खा ने कहा कि भारत एक संघीय राज्य है और हर राज्य को अपने ब्रांड और सम्मान की रक्षा का अधिकार है। उन्होंने मध्य प्रदेश सरकार से आग्रह किया कि सांची ब्रांड को किसी भी हाल में गुजरात के अमूल को न सौंपा जाए। तन्खा ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानीं, तो वे इस मुद्दे को संसद और कोर्ट में ले जाएंगे।