दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। तीन दिनों तक लगातार हुई बारिश के चलते केन्द्रीय सुरक्षा संस्थान (ओएफजे) में लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। फैक्ट्री में जलभराव के कारण उत्पादन पूरी तरह से ठप्प हो गया है। ओएफजे (जीआईएफ) में बनने वाले बमों के खोलों का उत्पादन रुक गया है, जिससे भारी आर्थिक क्षति हुई है।
फैक्ट्री के चार प्रमुख सेक्शनों में लगभग 12 फीट तक पानी भरने से मशीनें बंद हो गईं। यह स्थिति पहले से अनुमानित थी, लेकिन कर्मचारियों का कहना है कि अधिकारियों ने समय रहते उचित कदम नहीं उठाए। कर्मचारियों ने यह भी बताया कि मशीनों को पूरी तरह से सुखाने और फिर से चालू करने में लगभग 15 दिन का समय लगेगा।
ग्रे आयरन फाउंड्री मजदूर यूनियन के महामंत्री मनोज कुमार साहू ने कहा कि मई में ही जलभराव की समस्या को लेकर चेतावनी दी गई थी। कार्यसमिति बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा भी हुई थी, लेकिन फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा उचित कदम नहीं उठाए गए। उन्होंने आरोप लगाया कि शेड रिपेयर के बाद मलबा नहीं हटाने के कारण जलभराव की स्थिति बनी।
फैक्ट्री के महाप्रबंधक सुकांता सरकार ने बताया कि सामान्य से अधिक बारिश और फैक्ट्री के बाहर नाला चोक होने से यह स्थिति पैदा हुई। उन्होंने कहा कि फैक्ट्री की ओर से पानी निकासी के लिए टीमें लगाई गई हैं, और केवल फरनेस का काम बंद है, बाकी उत्पादन जल्द ही सामान्य हो जाएगा।
कर्मचारी नेता ने यह भी बताया कि कर्मचारियों ने दो दिन तक लगातार पानी निकालने का काम किया, जिससे कई मशीनों को बचाया जा सका है। हालांकि, उत्पादन को पूरी तरह से बहाल होने में कुछ दिन और लगेंगे।
सन 2008 में भी इसी तरह की स्थिति बनी थी, जब भारी बारिश के चलते फैक्ट्री का उत्पादन करीब एक माह तक ठप्प रहा था।