दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। शहर में बढ़ती चाकूबाजी की घटनाओं से दहशत जिले में लगातार बढ़ रही चाकूबाजी की घटनाओं से शहरवासी और व्यापारी वर्ग दहशत में हैं। आज का ताजा मामला विजयनगर निवासी शरद मोर और उनकी पत्नी अंशु मोर पर बाइक सवार तीन युवकों ने चाकू से जानलेवा हमला कर दिया। यह हमला तब हुआ जब दंपत्ति रात 11 बजे अपने रेस्टोरेंट को बंद कर घर लौट रहे थे। घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। गंभीर रूप से घायल दंपत्ति को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से आरोपियों का सुराग लगाने की कोशिश कर रही है।
कठोर कदम उठाने की जरूरत
बढ़ते अपराधों और असामाजिक तत्वों के खिलाफ कठोर कार्रवाई न होने से शहर में असुरक्षा की भावना बढ़ती जा रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि गुंडा फाइलें खोली जा रही हैं और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है, लेकिन स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए और प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है।
पिछले कुछ सप्ताह में हुईं गंभीर चाकूबाजी की घटनाएं
रांझी थाना अंतर्गतः दो दिन पूर्व पांच बदमाशों ने ग्राम रिठौरी निवासी लक्ष्मण बंजारा पर दिनदहाड़े चाकू से हमला किया। हमलावरों की पहचान रूपेंद्र साहू, सतीश कुशवाहा, और जितू बंजारा के रूप में हुई है, जिनकी तलाश पुलिस कर रही है।
गढ़ा थाना अंतर्गत: 19 सितंबर को वर्चस्व को लेकर दो बदमाशों गों के गुटों में जबरदस्त झड़प हो गई, जिसमें दो बदमाश गंभीर रूप से घायल हो गए।
माढोताल थाना अंतर्गतः चार दिन पूर्व रैगवां गांव निवासी विकास बंजारा की चाकू से वार कर हत्या कर दी गई थी। आरोपियों ने विकास पर कई बार चाकू से वार किया, जिसके बाद उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
माढ़ोताल थाना अंतर्गत 3 सितंबर को माढ़ोताल थाना अंतर्गत देर रात राजीव गांधी बस्ती में करीब 11:00 बजे रात चार लोगों ने एक युवक पर हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया।
आसानी से मुहैया हो जाते हैं हथियार
पुलिस के अनुसार उनके द्वारा ऑनलाईन चाकू मंगाकर अपराधियों को बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है पर पुलिस की कार्रवाई के बावजूद भी अपराधियों को आसानी से धारदार चाइना चाकू, हथियार कैसे मुहैया हो जाते हैं यह भी पुलिस की कार्रवाई पर सवालिया निशान लगाता है। जिले के सभी 36 थाना क्षेत्रों में अपराधियों के बढ़ते हौसले ने लोगों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हाल के महीनों में चाकूबाजी की घटनाओं में तेजी से इजाफा हुआ है, जिससे नागरिकों में खौफ का माहौल बन गया है। व्यापारियों का कहना है कि इन घटनाओं के कारण वे खुद को बेहद असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
नशे की वजह से बढ़ रही हिंसा
लागों का मानना है कि युवाओं में नशे की बढ़ती लत इस तरह की घटनाओं का प्रमुख कारण है। शहर में लगभग सभी नशे ड्रग्स, गांजा, आसानी से मुहैया हो जाते हैं। लंबे समय तक नशा करने से इन युवकों के मानसिक संतुलन पर बुरा असर पड़ता है, जिसके चलते छोटे- छोटे विवाद में ही चाकूबाजी जैसी घटनाएं बढ़ रही हैं। पुलिस की माने तो उनके द्वारा नशा व्यापारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाती है। परंतु वर्तमान में शहर के हर सुन-सान इलाकों में इन युवकों को नशीले इंजेक्शन लगाते शराब पीते, गांजा पीते, देखा जा सकता है।