दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। शहर में इन दिनों बिजली कटौती की समस्या से लोग त्रस्त हैं। विशेष रूप से घनी बस्तियों में हालत और भी खराब है, जहां घंटों तक बिजली का इंतजार करना पड़ता है। त्योहार के सीजन में अचानक बिजली चले जाने से लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
एक बस्ती में तो तीन दिनों तक नहीं आई बिजली
मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र टेढ़ी नीम के आसपास की बस्तियों में तीन दिन तक लगातार बिजली बंद रही। बार-बार शिकायतें करने के बावजूद बिजली विभाग से कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। अंततः स्थानीय लोगों ने जेशू पावर हाउस में प्रदर्शन किया, जिसके बाद अधिकारियों ने समस्या का समाधान किया। शहर में मेंटेनेंस के नाम पर भी कई इलाकों में घंटों तक बिजली कटौती की जा रही है, जिससे लोगों को असुविधा हो रही है।
ओवरलोड के कारण दम तोड़ते ट्रांसफार्मर
शहर के कई हिस्सों में पुराने ट्रांसफार्मर ओवरलोड के कारण लगातार खराब हो रहे हैं। 30 से 40 साल पुराने ये ट्रांसफार्मर अब बढ़ते बिजली लोड को नहीं झेल पा रहे हैं। पहले घरों
में कम बिजली उपकरणों के चलते लोड कम रहता था, लेकिन अब हर घर में नए विद्युत उपकरण के कारण बढ़ती बिजली की खपत से यह समस्या विकराल रूप लेती जा रही है।
स्मार्ट मीटर बना परेशानी का कारण
बिजली विभाग द्वारा लगाए जा रहे स्मार्ट मीटर भी लोगों के लिए सिरदर्द बन गए हैं। इन मीटरों में बिल कई गुना ज्यादा आ रहे हैं, जिससे गरीब वर्ग के लिए बिल चुकाना मुश्किल हो रहा है। बिल जमा करने के बाद भी बिजली दो-तीन दिनों तक वापस नहीं आती, जिससे लोग और भी परेशान हो रहे हैं।
पीक टाइम में ही होती है बिजली गुल
शाम के 7 से 10 बजे के बीच बिजली का लोड सबसे अधिक होता है, जब घरों, दुकानों और शोरूम की लाइटें एक साथ चालू रहती हैं। इसी दौरान ट्रांसफार्मर के खराब होने की घटनाएं ज्यादा होती हैं, जिससे लोगों को पूरी रात अंधेरे में गुजारनी पड़ती है।
शिकायतों के लिए टोल फ्री नंबर 1912 हुआ बेअसर
बिजली विभाग ने शिकायतों के लिए टोल फ्री नंबर 1912 जारी किया है, लेकिन कई बार यह नंबर व्यस्त रहता है। शिकायत दर्ज होने के बाद भी समाधान में घंटों लग जाते हैं। भोपाल से निर्देश आने के बाद ही स्थानीय स्तर पर कार्रवाई होती है, जिससे समस्या का निपटारा देर से होता है।
आउटसोर्स कर्मचारी के सीमित अधिकार
बिजली सुधारने के लिए रखे गए आउटसोर्स कर्मचारी खंभे पर चढ़कर काम करने के अधिकृत नहीं हैं। वहीं, अनुभवी लाइनमैन अब रिटायरमेंट के करीब हैं और तेजी से काम नहीं कर पाते, जिससे बिजली सुधारने में देरी हो रही है।
रिटायर हो चुके लाइनमैनों से ली जा रही
मदद बिजली विभाग के अधीक्षण यंत्री संजय अरोरा ने रिटायर हो चुके लाइनमैनों की एक बैठक आयोजित की, जिसमें वीआईपी क्षेत्रों में सुधार कार्य के लिए उनकी सेवाएं लेने का निर्णय लिया गया है।
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