दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। अखिल भारत वर्षीय दिगंबर जैन महिला परिसर की मनन मति शाखा द्वारा 10 लक्षण पर्व के अवसर पर सती अंजना नाटिका का मंचन किया गया। इस नाटिका में जैन समाज की महिलाओं ने विभिन्न भूमिकाओं में अपने अभिनय का प्रदर्शन किया और सती अंजना के जीवन की कहानी को दर्शाया।
इस नाटिका में शिल्पी पवन जैन ने सती अंजना की मुख्य भूमिका निभाई। शिप्रा जैन ने केतु मति की भूमिका, लाली जैन ने प्रहलाद की भूमिका, मोनिका जैन ने मनोवेगा की भूमिका, रीना जैन ने प्रहस्त की भूमिका और आरती जैन ने मामा जी की भूमिका अदा की। सविता जैन ने राजा महेंद्र की भूमिका में प्रीति जैन के साथ मंचन किया।
नाटिका में सती अंजना के जीवन के उस महत्वपूर्ण प्रसंग को दर्शाया गया जब उन्होंने भगवान की प्रतिमा को 22 वर्षों तक छुपाकर रखा था, जिसके कारण उनका विवाह उनके पति से 22 वर्षों तक नहीं हो सका। नाटिका में सती अंजना के कर्मों का उदय आने और उनके जीवन के विभिन्न पहलुओं को प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत किया गया।
इस कार्यक्रम में जैन समाज के कई सदस्य उपस्थित रहे और नाटिका के माध्यम से सती अंजना की प्रेरणादायक कहानी को समझा। यह कार्यक्रम 10 लक्षण पर्व की धार्मिक और सांस्कृतिक धारा को मजबूती से आगे बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास था।